नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के कडपा जिले के वोंटीमिट्टा में रामनवमी उत्सव के दौरान पंडाल गिरने से चार लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक जख्मी हो गए. हादसा तेज आंधी और बरसात की वजह से हुआ. रामनवमी उत्सव का आयोजन ऐतिहासिक कोडनड्रमा स्वामी मंदिर में किया गया था, जहां मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू पूरे परिवार के साथ पहुंचे. कडपा के एसपी ने कहा कि हादसे के वक्त टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू मौजूद नहीं थे.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू रामनवमी के मौके पर भगवान राम के विवाह समारोह कार्यक्रम के लिए बीती रात यहां आने वाले थे. नायडू भगवान के लिए सिल्क के कपड़े लेकर आने वाले थे. उनके आगमन से करीब 20 मिनट पहले ही पंडाल गिरे. हादसे के बाद यहां अफरातफरी मच गई.
ओन्टीमिट्टा में शाम करीब 6 बज कर 40 मिनट पर तेज बारिश हुई और तूफानी हवाएं चलीं. बहरहाल, मुख्य कार्यक्रम हुआ क्योंकि ज्यादातर पंडाल बारिश प्रूफ थे और जेनरेटरों की भी व्यवस्था थी.
मुख्यमंत्री बारिश की वजह से, तय समय से करीब डेढ़ घंटा देर से आए और पूजा अर्चना की. बारिश की वजह से वे पंडाल भीग गये थे जो श्रद्धालुओं के लिए बनाये गये थे. तूफानी हवाओं में कुछ पंडालों की टिन की छतें उड़ गईं.
पुलिस के एक अधिकारी ने फोन पर कडप्पा से बताया कि टिन की छत गिरने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई. एक महिला की दिल का दौरा पड़ने से और एक की बिजली का करंट लगने से मौत हो गई.