Automation At Tirupati Temple: तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने को ऑटोमैटिक करने के लिए 50 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एक नई परियोजना शुरू की है. रिलायंस ग्रुप ऑफ कंपनीज के सहयोग से लगी इन दो मशीनों के जरिये छह लाख लड्डू बनाए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक एक मशीन को दूसरी में कोई तकनीकी खराबी आने पर इस्तेमाल के लिए रखा जाएगा.


टीटीडी सूत्रों के मुताबिक, ऑटोमेशन मशीनों के आने से टीटीडी रोजाना छह लाख लड्डू की आपूर्ति करेगा. भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के भक्तों का प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू के साथ एक विशेष बंधन है. इन लड्डुओं को आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के पहाड़ी मंदिर में 'प्रसादम' या नैवेद्यम के रूप में वितरित किया जाता है. वर्तमान में लड्डुओं को मंदिर के परिसर में बनीं लड्डू पोटू नाम की एक अलग रसोई में तैयार किया जाता है. 


500 से अधिक लोग चौबीसों घंटे करते हैं काम
पहाड़ी मंदिर में आने वाले 80,000 से एक लाख भक्तों की जरूरतों को पूरा करने के लिए रोजाना 500 से अधिक लोग चौबीसों घंटे काम करते हैं. मंदिर में भोग लगाए जाने वाले लड्डू भूने हुए बेसन, बूंदी, शुद्ध घी, चीनी की चाशनी, काजू, इलायची और किशमिश और मिश्री के मिश्रण में तैयार किया जाता है. इन्हें बनाने के लिए सबसे पहले सही तापमान पर घी को गर्म किया जाता है, फिर उसमें बेसन डालकर भूना जाता है. फिर काजू, इलायची, किशमिश और मिश्री के साथ मिलाकर लड्डू पोटू के मिश्रण को कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से भेजा जाता है, जहां कार्यकर्ता चाशनी के साथ बूंदी को मिलाते हैं और मैन्युअल रूप से स्वादिष्ट लड्डू को तैयार करते है.


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