National Education Day: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मुसलमानों के कल्याण के लिए अपने पिता से ज्यादा काम करने का वादा किया है. जगन मोहन रेड्डी ने शनिवार (11 नवंबर) को कहा कि वह मुसलमानों के कल्याण के लिए अपने पिता, पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी से भी अधिक काम करेंगे.
मुख्यमंत्री ने यहां एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मुसलमानों के कल्याण के लिए, यदि मेरे पापा ने एक कदम बढ़ाया था तो मैं शान से दो कदम बढ़ाऊंगा. यह रैली राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर पर आयोजित की गई थी. गौरतलब है कि इस दिन को दक्षिणी राज्य में अल्पसंख्यक कल्याण दिवस के रूप में भी मनाया जाता है.
'मुस्लिम समाज में किए बड़े बदलाव'
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक उन्होंने कहा कि 2019 में युवजन श्रमिका रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के सत्ता में आने के बाद से राजनीतिक, आर्थिक और महिला सशक्तिकरण जैसे मामलों में मुस्लिम समुदाय में कई बड़े बदलाव किए गए. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि उनके पिता पहले शख्स थे, जिन्होंने देश में गरीब मुसलमानों के लिए आरक्षण लागू किया.
YSRCP सरकार ने मुस्लिम उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया
रेड्डी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नायडू में एक भी मुस्लिम नेता को मंत्री नहीं बनाया, जबकि अपनी सरकार में उन्होंने एक मुस्लिम नेता को उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया है. अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने अपने और एन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाले तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के शासन के बीच अंतर पता लगाने का आह्वान किया.
मौलाना अब्दुल कलाम आजाद की प्रशंसा
देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अब्दुल कलाम आजाद की प्रशंसा करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने ने कई प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की थी. 2008 में उनके जन्मदिन को राजशेखर रेड्डी ने अल्पसंख्यक कल्याण दिवस के रूप में नामित किया गया था.
यह भी पढ़ें- कर्नाटक BJP के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कांग्रेस पर किया पलटवार, बताई अपनी सबसे बड़ी चुनौती