क्या आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी के परिवार में आई 'दरार', बहन शर्मिला ने दिए ये संकेत
आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला ने परिवार के आवास पर अपने पिता के समर्थकों से मुलाकात की. इस दौरान वहां जो बैनर लगे थे उस पर जगन मोहन रेड्डी की तस्वीर नहीं थी. शर्मिला ने संकेत दिए कि वो तेलंगाना में नई पार्टी बना सकती हैं.
हैदराबाद: वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला ने संकेत दिए हैं कि वो तेलंगना में नई पार्टी बना सकती हैं. शर्मिला ने मंगलवार को तेलंगाना में 'राजन्ना राज्यम' लाने के लिए अपना संकल्प व्यक्त किया. उन्होंने अपने पिता के विश्वासपात्रों और करीबी सहयोगियों से विचार-विमर्श शुरू किया. शर्मिल ने नलगोंडा जिले के अपने पिता के समर्थकों से ‘लोटस पॉन्ड’ स्थित परिवार के आवास पर भेंट की. आवास पर लगे बैनरों में शर्मिला और उनके पिता राजशेखर रेड्डी की तस्वीरें थीं. हालांकि, जगन मोहन रेड्डी की तस्वीर कहीं नजर नहीं आई.
लोटस पॉन्ड के बाहर पत्रकारों से बातचीत में शर्मिला ने कहा कि "यहां कोई राजन्ना राज्यम नहीं है. ऐसा आखिर यहां क्यों नहीं है? हम इसे क्यों नहीं ला सकते?" जब उनसे यह पूछा गया कि क्या वह तेलंगाना में राजन्ना राज्यम लाएंगी तो उन्होंने कहा कि "हां, हम इसे लाएंगे." उन्होंने कहा कि इस संबंध में विस्तृत जानकारी का एलान जल्द ही किया जाएगा.
अविभाजित आंध्र प्रदेश में वाईएस राजशेखर रेड्डी के शासन के संदर्भ में राजन्ना राज्यम का उल्लेख किया जाता है. राजशेखर रेड्डी को वाईएसआर के रूप में भी जाना जाता है. वह 2004 से 2009 तक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. 2009 में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी.
अपने पिता की मौत और मौत के बाद कांग्रेस के अंदर के घटनाक्रमों के मद्देनजर जगनमोहन रेड्डी ने पार्टी छोड़ दी और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नाम से एक नई पार्टी का गठन कर लिया. बहरहाल, शर्मिला ने नलगोंडा जिले में वाईएसआर के विश्वासपात्रों के साथ विचार-विमर्श शुरू कर दिया है. अगले कुछ दिनों में वह इन नेताओं के साथ कई दौर की बैठक करने वाली हैं. अपना अगला कदम उठाने से पहले वह इन नेताओं के विचारों और सुझावों पर गंभीरता से विचार करेंगी.
वाईएसआर के विश्वासपात्रों को उन्होंने कहा कि उनका शासन स्वर्णिम शासन था. हर किसान समृद्धशाली था. उन्होंने हर गरीब के लिए पक्का मकान बनवाया. वह चाहते थे कि हर गरीब विद्यार्थी को अच्छी शिक्षा और अच्छी नौकरी मिले. लेकिन, आज यह स्थिति नहीं है.
शर्मिला और उनकी मां विजयम्मा ने 2019 के चुनावों में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के पक्ष में जमकर प्रचार किया था। चुनाव में जगन की पार्टी वाईएसआरसी की जीत के बाद शर्मिला सार्वजनिक तौर पर ज्यादा नहीं दिखी हैं. आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस के एक सीनियर विधायक ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि उनकी (शर्मिला) राजनीतिक महत्वाकांक्षा है, अभी स्पष्ट नहीं है कि इन घटनाक्रमों का अंतिम परिणाम क्या होगा.