जिनके 2 बच्चे से ज्यादा, वे ही लड़ सकेंगे चुनाव, आंध्र प्रदेश CM चंद्रबाबू नायडू का जनसंख्या पर बड़ा बयान!
CM Chandrababu Naidu on ageing Population: सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि दक्षिणी राज्यों में प्रजनन दर पहले ही 1.6 तक गिर चुकी है, जो राष्ट्रीय औसत 2.1 से काफी कम है.
CM Chandrababu Naidu on ageing Population: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार (20 अक्टूबर 2024) को दक्षिणी राज्यों के लोगों से बच्चों की संख्या बढ़ाने की अपील की, जिससे वृद्धावस्था की समस्या से निपटा जा सके. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार "जनसंख्या प्रबंधन" पर काम कर रही है, जिसमें परिवारों को अधिक बच्चे होने पर प्रोत्साहित करने के लिए नए कानून की संभावना पर विचार किया जा रहा है.
चंद्रबाबू नायडू ने कहा, "राज्य सरकार ऐसा कानून लाने पर विचार कर रही है, जिसमें प्रस्ताव लाने पर विचार हो रहा है कि जिनके दो से ज्यादा बच्चे हैं वे ही स्थानीय निकाय चुनावों में उम्मीदवार बनने के योग्य होंगे." मुख्यमंत्री ने यह भी जिक्र किया कि राज्य ने पहले एक ऐसा कानून पारित किया था, जिसके तहत दो बच्चों से अधिक वाले लोग स्थानीय चुनावों में नहीं खड़े हो सकते थे. उन्होंने कहा, "हमने उस कानून को रद्द कर दिया है, और अब उसे वापस लागू करने पर विचार कर रहे हैं. सरकार परिवारों को अधिक बच्चों के लिए अधिक लाभ देने की योजना बना रही है."
दक्षिण भारत में वृद्धावस्था की समस्या बढ़ने के संकेत
सीएम नायडू ने कहा, "वृद्धावस्था की समस्या के संकेत दक्षिण भारत, खास तौर से आंध्र प्रदेश में दिखने लगे हैं. कई देशों, जैसे जापान, चीन और कुछ यूरोपीय देशों को इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जहां बुजुर्गों की संख्या अधिक है. दक्षिण भारत में यह समस्या और गंभीर हो रही है क्योंकि युवा लोग अन्य हिस्सों में या विदेशों में चले जाते हैं."
दक्षिणी राज्यों में गिरती प्रजनन दर
आंध्र सीएम ने यह भी कहा कि दक्षिणी राज्यों में प्रजनन दर पहले ही 1.6 तक गिर चुकी है, जो राष्ट्रीय औसत 2.1 से काफी कम है. उन्होंने कहा, "अगर यह और घटती है, तो 2047 तक बुजुर्गों की संख्या अधिक होगी, जो कि वांछनीय नहीं है. आंध्र प्रदेश और देश के कई गांवों में अब केवल बुजुर्ग लोग ही रह गए हैं, क्योंकि युवा लोग शहरों में जा चुके हैं."
चंद्रबाबू नायडू ने जनसंख्या नियंत्रण पर अपने पहले के रुख को स्वीकार किया. उन्होंने कहा, "उस समय सोच थी कि सीमित प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करनी चाहिए और बढ़ती जनसंख्या विकास में बाधा डाल सकती है. हमने जनसंख्या वृद्धि को कम करने में सफलता प्राप्त की, लेकिन अब इससे नई चुनौतियां सामने आई हैं."
ये भी पढ़ें: 'मुसलमान बना दिए गए अछूत', चमोली का जिक्र कर बोले असदुद्दीन ओवैसी- PM मोदी अरब के शेखों से गले मिल सकते हैं तो...