Andhra Pradesh-Telangana Flood: तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश ने अपना कहर बरपा रखा है. जिससे भयंकर बाढ़, जान-माल की हानि और व्यापक व्यवधान पैदा हो गया. दोनों राज्य पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से जूझ रहे हैं, जिससे नदियां उफान पर हैं और हैदराबाद के साथ-साथ विजयवाड़ा जैसे शहरों सहित विशाल क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं.


स्थिति का आकलन करने और बचाव कार्यों के समन्वय के लिए तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ए. रेवंत रेड्डी और एन चंद्रबाबू नायडू ने आपातकालीन बैठकें कीं. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी इन दोनों मुख्यमंत्रियों से बात की और उन्हें केंद्र से पूरी मदद भेजने का आश्वासन दिया.


जिलाधिकारियों को स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार दो सितंबर को शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित करने को कहा गया है. दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश और कई स्थानों पर पटरियों पर जलभराव के कारण 99 ट्रेन रद्द कर दी गईं और चार ट्रेन आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं, जबकि 54 ट्रेन के मार्ग में परिवर्तन किया गया.


पीएम मोदी ने फोन पर लिया हालात का जायजा


प्रधानमंत्री मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात की और भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर इन राज्यों की स्थिति के बारे में जानकारी ली. उन्होंने इस चुनौती से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया.


मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने पीएम मोदी को बताया कि लोगों को किसी तरह की असुविधा या जानमाल की हानि पहुंचाए बिना राज्य सरकार लगातार आपातकालीन राहत के काम में जुटी हुई है. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि खम्मम जिले में भारी नुकसान हुआ है. प्रधानमंत्री ने जानमाल की हानि को रोकने के लिए सतर्कता से काम करने के लिए राज्य सरकार की व्यवस्था की सराहना की.


पीएम मोदी ने आश्वासन दिया कि खराब मौसम में भी सेवाएं देने के लिए हेलीकॉप्टर भेजे जाएंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बाढ़ राहत कार्य के लिए आवश्यक सहायता उपलब्ध कराएगी.


अमित शाह ने भी की मुख्यमंत्रियों से बात


मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के हवाले से पीटीआई ने बताया कि अमित शाह ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों से बात की है और उन्हें दोनों राज्यों में बारिश और बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. खम्मम जिले में स्थिति विशेष रूप से गंभीर है, जहां 110 गांव बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं.


केंद्रीय मंत्री बंदी संजय कुमार ने कहा कि 119 लोग पहाड़ियों और इमारतों पर फंसे हुए हैं और बचाव का इंतजार कर रहे हैं. संजय कुमार ने बताया कि गृहमंत्री के आदेश के बाद चेन्नई, विशाखापट्टनम और असम से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तीन-तीन टीम तेलंगाना भेजी गई हैं. कुमार ने कहा कि उन्होंने बचाव प्रयासों में समन्वय के लिए एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की और तेलंगाना के राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी के साथ भी हालात और जारी बचाव कार्यों पर चर्चा की.


तेलंगाना में 9 लोगों की मौत


तेलंगाना में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गई जबकि हैदराबाद सहित राज्य के कई हिस्सों में रविवार को भारी बारिश जारी रही. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने राज्य में लगातार हो रही बारिश के मद्देनजर हालात की समीक्षा के लिए आपातकालीन बैठक बुलाई.


मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ टेलीकॉफ्रेंस के जरिये चर्चा की और नगर निगम प्रशासन, ऊर्जा, पंचायती राज और अन्य विभागों के अधिकारियों को अगले 24 घंटे के लिए सतर्क रहने को कहा. उन्होंने जिलाधिकारियों, एसपी, राजस्व, सिंचाई और नगर निगम के अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित बस्तियों का दौरा करने का निर्देश दिया. अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं.


भारी बारिश के बाद राज्य में कई जगहों पर नाले उफान पर हैं और निचले इलाकों में पानी भर गया है. बाढ़ के पानी ने गांवों के बीच सड़क संपर्क को बाधित कर दिया है. भारी बारिश और हवाओं के प्रभाव से कई पेड़ उखड़ गए हैं, जबकि कई पेड़ों की शाखाएं टूटकर सड़कों पर गिर पड़ीं.


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