G20 में दुनिया के नेताओं को दिए गए 'अंगवस्त्र' की कहानी बहुत रोचक, पीएम मोदी के मन की बात से है कनेक्शन
Special Angavastra: पीएम मोदी के मन की बात से प्रेरित होकर अंकित सिसोदिया ने मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ दी थी. इसके बाद खुद की खादी प्रोडक्शन यूनिट स्थापित किया.
G20 Leaders Welcomed With Angavastra: भारत की अध्यक्षता में संपन्न हुए जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल राष्ट्राध्यक्षों का स्वागत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने राजघाट पर अंग वस्त्र ओढ़ाकर किया था. खादी के कपड़े से बना यह विशेष अंगवस्त्र उत्तर प्रदेश के जलेसर क्षेत्र की एक ऐसी फैक्ट्री में बुना गया था जिसका संबंध प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात कार्यक्रम से है.
इसे "ज्योति ग्रीन" नाम की एक फैक्ट्री में बनाया गया. इसके संस्थापक अंकित सिसोदिया हैं. अंकित ने बताया कि एमबीए पूरा करने के बाद पहले वह एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करते थे. पीएम के मन की बात कार्यक्रम को सुनकर वह प्रेरित हुए और उन्होंने खुद के व्यवसाय को स्थापित करने का फैसला किया था.
भारत का पहला और एकमात्र सोलर खादी यूनिट ज्योति ग्रीन
सिसोदिया बताते हैं कि पांच साल पहले प्रधानमंत्री की बातों से प्रेरित होकर उन्होंने पुराने पारंपरिक तरीके के बजाय अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके खादी कपड़ों का उत्पादन शुरू किया. ज्योति ग्रीन नाम की इस फैक्ट्री की खासियत यह है कि यह भारत की पहली और एकमात्र सोलर खादी यूनिट है जो सूर्य की रोशनी से बनने वाली बिजली पर निर्भर है. यहां बनने वाले कपड़े की सप्लाई भारत सरकार के 'खादी इंडिया' को की जाती है. अब जबकि यहां बना अंग वस्त्र G20 में शामिल हुए राष्ट्राध्यक्षों को दिया गया है तो जलेसर शहर अब इस विशेष अंग वस्त्र के उत्पादन के लिए भी जाना जाएगा.
आगरा टूरिस्ट वेलफेयर चेंबर के सचिव विशाल शर्मा कहते हैं कि जलेसर शहर पहले से घुंघरू और घंटियों के निर्माण के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध रहा है, लेकिन अब यह खादी कपड़ों के उत्पादन से भी पहचाना जाएगा. बता दें दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को आयोजित हुए G20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए राष्ट्राध्यक्षों ने राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की थी. यहां पीएम मोदी ने इन नेताओं का स्वागत खादी का यह विशेष अंग वस्त्र ओढ़ाकर किया था.
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