AK Antony Son Joins BJP: कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री रहे एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने गुरुवार (6 अप्रैल) को बीजेपी में शामिल हो गए. उनका बीजेपी में शामिल होना कांग्रेस के लिए इसलिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि इसको सीधे तौर पर एके एंटनी से जोड़कर देखा जा रहा है.


एके एंटनी केरल के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं, वो कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य और सोनिया के सबसे करीबियों में से एक हैं. उन्होंने कई बार केरल में कांग्रेस की सरकार बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है. राज्य में फिलहाल लगातार दो बार से लेफ्ट की सरकार है. बीजेपी भी राज्य में अपनी पैठ बना रही है. इसी कड़ी में अनिल एंटनी का बीजेपी में शामिल होना महत्वपूर्ण माना जा रहा है.


राहुल गांधी को झटका!


वहीं, केरल के वायनाड से राहुल गांधी संसद सदस्य रहे हैं. राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान केरल में काफी वक्त बिताया और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जान फूंकी. केरल में कांग्रेस और राहुल गांधी को सरकार बनाने की पूरी उम्मीद है, कांग्रेस केरल में अपनी जमीन तैयार कर रही है, लेकिन अनिल एंटनी के बीजेपी में शामिल होने से केरल में कांग्रेस को जरूर बड़ा झटका लगा है.  


अनिल ने जनवरी में कांग्रेस छोड़ी


अनिल एंटनी केरल कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के पूर्व संयोजक रह चुके हैं. वो बीजेपी के लिए कितने महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, वी मुरलीधरन, केरल बीजेपी अध्यक्ष के सुरेंद्रन की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा. 2002 के गुजरात दंगों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर विवाद के बाद अनिल एंटनी ने जनवरी में कांग्रेस को अलविदा कह दिया था.


बता दें कि एके एंटनी कांग्रेस के एक कार्यक्रम में बयान दे चुके हैं कि "समाज के कुछ वर्गों की धारणा है कि पार्टी का झुकाव अल्पसंख्यक समुदाय की ओर है." तब एंटनी ने ये बयान कांग्रेस को अपने पुराने हिंदू वोट वापस लाने की वकालत की थी. हालांकि एके एंटनी पहले ही सक्रिय राजनीति से संन्यास की घोषणा कर चुके हैं. 


एंटनी ने इसी बयान में कहा था कि 2024 के आम चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए कांग्रेस को बहुसंख्यक समुदाय को भी अपने साथ लेना चाहिए क्‍योंकि इस लड़ाई में अल्पसंख्यक पर्याप्त नहीं होंगे.


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