Money Laundering Case: मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल लाए गए पूर्व मंत्री अनिल देशमुख, अभी ED की हिरासत में रहेंगे
Money Laundering Case: ईडी की ओर से गिरफ्तार किए गए महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को गुरुवार को यहां जेजे अस्पताल में चिकित्सकीय जांच के लिए ले जाया गया.
Money Laundering Case: धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से गिरफ्तार किए गए महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को गुरुवार को यहां जेजे अस्पताल में चिकित्सकीय जांच के लिए ले जाया गया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि देशमुख के स्वास्थ्य संबंधी सभी मानदंड स्थिर हैं. बता दें कि देशमुख फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं, जहां उनसे धनशोधन मामले में पूछताछ की जा रही है.
अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता को दोपहर बाद करीब 12 बजे ईडी के कार्यालय से बाहर लाया गया और उन्हें दक्षिण मुंबई के अस्पताल ले जाया गया. दोपहर बाद 12.30 से 1.30 बजे के बीच अस्पताल में उनकी नियमित जांच की गई. इसके बाद उन्हें ईडी के कार्यालय वापस ले जाया गया.
Enforcement Directorate (ED) took former Home Minister of Maharashtra Anil Deshmukh, who was arrested in a money laundering case, for a routine medical examination earlier today.
— ANI (@ANI) November 4, 2021
A Mumbai court on Tuesday remanded Deshmukh to ED custody till November 6. pic.twitter.com/KjLLqvy3mn
गौरतलब है कि धनशोधन मामले में 12 घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद सोमवार रात अनिल देशमुख को गिरफ्तार किया गया था. कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें 6 नवंबर तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया गया. अनिल देशमुख को जबरन वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी को लेकर ईडी ने कहा कि वह जांच एजेंसी के साथ पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे.
ईडी की ओर से कई समन भेजने के बाद भी अनिल देशमुख जांच एजेंसी के समक्ष पूछताछ के लिए पेश नहीं हो रहे थे. बीते दिनों बॉम्बे हाईकोर्ट ने इन समन को खारिज करने से इनकार कर दिया, तब पूर्व मंत्री अनिल देशमुख सोमवार को जांच एजेंसी के समक्ष पेश हुए थे. ईडी ने कोर्ट से कहा है कि देशमुख मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में सीधे तौर पर शामिल हैं. 100 करोड़ रुपये की वसूली के आरोप से जुड़े मामलों में एनसीपी नेता एक अहम कड़ी हैं.
गौतलब है कि अनिल देशमुख के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह की ओर से लगाए गए 100 करोड़ रुपये की वसूली के आरोपों के बाद ईडी ने केस दर्ज किया था. आरोप लगने के बाद अनिल देशमुख ने अप्रैल में मंत्री पद छोड़ दिया था.