मुंबई: महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. दरअसल, अनिल देशमुख के खिलाफ 100 करोड़ रुपये की वसूली के आरोपों वाली चिट्ठी पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं. देशमुख ने इस्तीफे की चिट्ठी अपने ट्वविटर हैंडल पर ट्वीट की है. इसमें उन्होंने कहा कि वे अपनी मर्जी से इस्तीफा दे रहे हैं. पद पर बने रहना नैतिकता के खिलाफ होगा.
सीएम उद्धव ठाकरे को लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा, "बॉम्बे हाईकोर्ट के वकील जयश्री पाटिल की याचिका पर सीबीआई जांच का आदेश है. इस फैसले के बाद गृहमंत्री के पद पर बने रहना नैतिक रूप से ठीक नहीं है. इसलिए मैंने खुद से पद छोड़ने का फैसला लिया है. मेरा इस्तीफा स्वीकार करें."
अनिल देशमुख के फैसले पर एनसीपी के सीनियर नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं. नवाब मलिक ने बताया कि हाई कोर्ट के आदेश के बाद गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शरद पवार और पार्टी के नेताओं से मुलाकात की. मुलाकात में अनिल देशमुख ने कहा कि वह अपने पद पर नहीं रहना चाहते. वे मुख्यमंत्री के पास गए और अपना इस्तीफा सौंप दिया. एनसीपी ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वह उनका (अनिल देशमुख) का इस्तीफा स्वीकार करें.
वहीं, महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वह खुश हैं कि अनिल देशमुख ने इस्तीफा दे दिया. साथ ही कहा कि सीबीआई जांच में चौंकाने वाले कई सारे खुलासे होंगे.
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