नई दिल्ली: एक बार फिर नफरत, मुहब्बत पर भारी पड़ी, इस बार ये देश की राजधानी में हुआ, जहां ख्याला इलाके में अंकित सक्सेना नाम के नौजवान की गला रेतकर हत्या कर दी गई. उसका गुनाह इतना था कि उसने दूसरे धर्म की लड़की सलीमा से प्यार किया था. अंकित की हत्या का आरोप भी लगा सलीमा के परिवार वालों पर. खुद लड़की ने अपने बयान में कहा है कि वह लड़के से प्यार करती थी और अब उसे भी अपने परिजनों से जान का खतरा है.फिलहाल मामले में कुल चार आरोपियों में से 3 को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है जबकि एक नाबालिक आरोपी को जुवेनाइल होम भेजा गया है.


दिल्ली के जिस ख्याला इलाके में सलीमा और उसका परिवार रहता था, वहां उसके पड़ोसियों ने सलीमा और उसके परिवार को लेकर बड़े खुलासे किए हैं. पड़ोसियों का कहना है कि सलीमा को उसके परिवार वाले पीटते थे.



सलीमा की पड़ोसी फरहा शेख ने बताया कि सलीमा और उसके परिवार को वो तीन सालों से जानती हैं लेकिन उनका परिवार जल्दी किसी से घुलता मिलता नहीं था. फरहा के मुताबिक,'थोड़ी बहुत ही बातचीत करते थे, कभी अपने बच्चों को बाहर हम लोगों के साथ खेलने जल्दी नहीं भेजते थे.'

सलीमा के बारे में फरहा ने बताया,'उससे हमारी बातचीत थी लेकिन बहुत कम थी, उसने कभी हमसे कुछ शेयर नहीं किया, अगर शेयर करती तो हम उसका सपोर्ट करते.लेकिन अंकित और उसके बारे में मुहल्ले में सबको पता था. हम भी चाहते थे इन दोनों की शादी हो जाए.'

अंकित के बारे में फरहा ने कहा,'अंकित बहुत अच्छा लड़का था, हमेशा खुश रहता था. सलीमा से बहुत शिद्दत से मुहब्बत करता था, लेकिन हमें पता नहीं था कि उसके साथ ऐसा हो जाएगा.'

फरहा से जब पूछा गया कि क्या उन्हें कभी लगा कि सलीमा के ऊपर घर वालों का दबाव है या वो तनाव में रहती है? इसके जवाब में फरहा ने बड़ा खुलासा किया.

फरहा ने कहा,' सलीमा को उसके घऱवाले मारते-पीटते थे, कई बार आवाजें भी आतीं थी, बहुत बुरा करते थे. उसे अक्सर घर में बंद रखते थे,कहां आने जाने नहीं देते थे या फिर साथ ही आते जाते थे.सलीमा को अभी भी यही डर है कि उसके घर वाले उसे मार देंगे. ऐसा हो भी सकता है क्योंकि वो लोग बहुत कट्टर हैं.'

सलीमा की एक और पड़ोसी ने बताया कि इतने पास रहने के बाद भी सलीमा कभी भी किसी भी बात का रिस्पॉंस नहीं करती थी, बहुत शांत रहती थी, बाहर भी बहुत कम निकलती थी'. अंकित के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि अंकित बहुत इंज्वाय करने वाला लड़का था, जिंदगी को जीने वाला लड़का था.

क्या है पूरा मामला?
एक फरवरी यानि गुरुवार की रात 8 बजे ख्याला थाने के अंतर्गत आने वाले रघुबीर नगर इलाके में अंकित घर से अपनी सेंटो कार में जा रहा था. इसी दौरान पहले से ही वहां मौजूद उसकी महिलामित्र सलीमा के परिवार वालों ने उसकी गाड़ी को रोका और उसे गाड़ी से उतारकर मारने पीटने लगे.

इस बीच अंकित की मां भी वहां पहुंच गई. उनके साथ भी मारपीट की गई. अपनी मां को पिटता देख जब अंकित बीच बचाव करने आया तो उसकी महिलामित्र की मां, पिता, मामा और नाबालिक भाई ने अंकित को दबोच लिया और पिता ने उसके गले पर चाकू से वार कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई है.