नई दिल्ली: पश्चिम दिल्ली में अपने बेटे की चाकू मारकर की गई हत्या के करीब चार महीने बाद यशपाल सक्सेना ने सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए एक इफ्तार पार्टी दी और जोर देकर कहा कि वह ऐसा समाज नहीं चाहते जहां नफरत फैलाई जाए.
पेशे से फोटोग्राफर अंकित सक्सेना की ख्याला इलाके में चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी. एक मुस्लिम महिला के परिजन पर अंकित की हत्या का आरोप है. महिला का परिवार अंकित से उसके रिश्ते के खिलाफ था क्योंकि दोनों अलग-अलग धर्मों के थे.
इफ्तार की दावत देने के एक दिन बाद यशपाल ने कहा, "घटना (अंकित की हत्या) सिर्फ नफरत से पैदा हुई थी. मैंने उन्हें (महिला के परिवार को) सुझाव दिया था कि मिल बैठकर बात करने से मामला सुलझाया जा सकता था लेकिन उनके दिमाग में बहुत ज्यादा गुस्सा था और उन्होंने कोई बात नहीं सुनी."
इफ्तार के मौके पर यशपाल के घर में उत्सव जैसा माहौल था. दोनों समुदायों के लोगों ने इसमें शिरकत की और एक-दूसरे के गले मिले ताकि अंकित की मौत को सांप्रदायिक रंग नहीं दिया जा सके.
यशपाल ने कहा, "मेरा मानना है कि आज के समाज में, खासकर युवाओं में, काफी गुस्सा है. इस गुस्से पर काबू पाने की जरूरत है. मुझे नहीं पता कि ये कैसे होगा लेकिन कोशिश करनी होगी."