नई दिल्ली: चुनाव में ईवीएम की विश्वसनीयता पर अरविंद केजरीवाल से लेकर मायावती हर कोई सवाल उठा रहा है. अरविंद केजरीवाल ने वीवीपैट मशीनों के इस्तेमाल की मांग की है. इसके बीच अन्ना आंदोलन के मुखिया समाजसेवी अन्ना हजारे ने भी वोटिंग को लेकर एक सुझाव दिया है. वो टोटलाइजर मशीने लगाने की बात कर रहे हैं.


टोटलाइजर मशीन इस्तेमाल करने की सलाह
अन्ना ने कहा कि दुनिया आगे जा रही है ऐसे में हम बैलट पेपर पर चुनाव की बात करके पीछे जाने की बात कर रहे हैं. ईवीएम से ही वोट पड़ने चाहिए लेकिन इसके साथ में टोटलाइजर मशीन का भी इस्तेमाल करना चाहिए. बैलट पेपर से चुनाव में बहुत वक्त लगता है, काउंटिंग में भी काफी समय जाता है. हमने कई बार चुनाव आयोग को टोटलाइजर मशीन की सलाह दी. चुनाव आयोग ने हमारी बात मानते हुए इस सुझाव को सरकार के पास भेजा और टोटलाइजर मशीन खरीदने के लिए कहा लेकिन भारत सरकार ने अभी तक इसकी इजाजत नहीं दी है.''


वोटिंग मशीन का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. आज आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ दिया. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने एक नई मांग रखी. उन्होंने कहा कि वोटों की गिनती वीवीपैट मशीनों से होनी चाहिए. इससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती और अखिलेश यादव भी वोटिंग मशीन पर सवाल खड़े कर चुके हैं. मायावती ने जहां सीधे सीधे केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया तो वहीं अखिलेश ने कहा कि अगर किसी को शिकायत है तो इसकी जांच जरूर होनी चाहिए.


इस बार इस्तेमाल हुई VVPAT मशीन
पंजाब में 32 विधानसभा क्षेत्रों में वीवीपैट मशीनें लगी थी. वीवीपैट वो वोटिंग मशीन है जिसमें वोट देने के बाद एक पर्ची निकलती है. इस पर्ची के जरिए वोटर चेक कर सकता है कि उसका वोट सही तरह से पड़ा है या नहीं. VVPAT का मतलब Voter-verified paper audit trail है.