अन्ना हजारे कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठेंगे, कहा- 'उनकी जिंदगी का आखिरी अनशन होगा'
मशहूर समाजसेवी अन्ना हजारे ने किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ अनशन करने का फैसला ले लिया है. उन्होंने कहा कि ये अनशन उनकी जिंदगी का आखरी अनशन होगा जो कि उनके लिये बोनस है.
नई दिल्ली: मशहूर समाजसेवी और आंदोलनकारी अन्ना हजारे ने किसान आंदोलन के बीच में केंद्र सरकार के खिलाफ अनशन के लिए कमर कस ली है. अन्ना हजारे ने कहा है कि जो वादा लिखित तौर पर उन्हें केंद्र की तरफ से किया गया था किसानों और खेती को लेकर वो पूरा नहीं हुआ. जिसके साथ अब वो एक बार फिर अनशन करने के लिए तैयार है. जल्द ही लोकेशन तय की जायगी.
ये अनशन उनके लिए बोनस होगा
लोकपाल आंदोलन कर के यूपीए सरकार के ताबूत में आखिरी कील गाड़ने वाले और यूपीए की चुनाव में हार का बड़ा कारण रहे अन्ना हजारे ने मौजूदा बीजेपी की केंद्र सरकार के खिलाफ एक बार फिर अनशन की तैयारी कर ली है. गौरतलब है कि इससे पहले जब अन्ना दिल्ली में अनशन पर बैठे थे तब केंद्रीय कृषि मंत्री और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में उनको कुछ लिखित वादे किए गए थे जिसके बाद अन्ना ने अपना अनशन तोड़ा था. अन्ना का कहना है कि वह लिखित वादे अब तक पूरे नहीं किए गए हैं इसके लिए अब फिर अनशन करने जा रहे हैं. ये अनशन जिंदगी की आखिरी होगा और यह उनके लिए बोनस है.
अनशन तो हो के रहेगा- अन्ना
अनशन कहां करेंगे यह अभी तय नहीं है. अन्ना का कहना है कि दिल्ली में, मुंबई में, या फिर अपने गांव रालेगण सिद्धि में अनशन कर सकते है. अनशन को लेकर सुगबुगाहट के साथ नेताओं का अन्ना के संग मान मनाओल भी शुरू हो गया है. कल बीजेपी के कुछ बड़े नेता अन्ना से मिले और उन्हें वादा किया कि जो बातें कही गई थी वो पूरी होंगी और अन्ना को अनशन करने की जरूरत नहीं है. इस पर अन्ना ने उन्हें जस का तस जवाब दे दिया कि आप करिए या ना करिए ये अनशन तो होगा.
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