भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए वालेंटियर का नामांकन पूरा हो गया है. भारत बायोटेक ने गुरुवार को इस बात का ऐलान किया. इससे पहले 1 जनवरी को एक्सपर्ट कमेटी की तरफ से ऑक्सफोर्ड की 'कोविशील्ड' वैक्सीन को डीसीजीआई के पास अंतिम मंजूरी के लिए सिफारिश की गई थी. उसके बाद 2 जनवरी को भारत बायोटेक की वैक्सीन 'कोवैक्सीन' के इमजरेंसी इस्तेमाल के लिए एक्सपर्ट कमेटी की तरफ से डीसीजीआई के पास सिफारिश की गई थी.
3 जनवरी को डीसीजीआई ने भारत बायोटेक और ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन के देशभर में इमजरेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी. इसके बाद केन्द्र सरकार की तरफ से यह कहा गया है कि अगले 10 दिनों के अंदर देशभर में वैक्सीनेशन का काम शुरू कर दिया जाएगा.
हालांकि, डीसीजीआई की तरफ से भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के इमजरेंसी इस्तेमाल की इजाजत देने के बाद देशभर में इसको लेकर आलोचना भी हुई है. कुछ विपक्षी दलों और एक्सपर्ट ने यह सवाल खड़े किए कि जब भारत बायोटेक ने वैक्सीन का ट्रायल अभी पूरा नहीं किया तो फिर उसे कैसे इमजरेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है.
इसके बाद भारत बायोटेक ने डेटा जारी करते हुए कहा कि उसकी दवा पूरी तरह से प्रभावी और सुरक्षित है. इसके साथ ही, भारत बायोटेक ने कहा कि अगले 6 हफ्ते में लोगों की इसको लेकर दुविधा खत्म हो जाएगी. भारत बायोटेक की तरफ से पहले और दूसरे चरण के ट्रायल पूरे कर लिए गए हैं और उसमें उसे पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी पाया गया है.
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