Jamia Millia Islamia: जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है. इन दिनों जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी अपनी उपलब्धियों को लेकर लगातार चर्चा का हिस्सा बनी हुई है. दरअसल नेशनल असेसमेंट और एक्रेडिटेशन काउंसिल (एनएएसी) समीक्षा में जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने 'ए++' ग्रेड हासिल किया है. 


जामिया मिल्लिया इस्लामिया की ओर से मंगलवार को बयान जारी जानकारी देते हुए बताया गया कि यूनिवर्सिटी को NAC ने 'ए++' रैंक दी है. बताया जा रहा है कि इससे पहले साल 2015 में यूनिवर्सिटी को NAC की समीक्षा में 'ए' रैंक दी गई थी.


NAC की 'ए++' रैंक मिलने के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति नजमा अख्तर काफी खुश हैं. उनका कहना है कि यह एक दिन की मेहनत का नहीं बल्कि इसके लिए उन्होंने लगातार पांच वर्षों से लगातार मेहनत की है. उनका कहना है कि यह पूरे यूनिवर्सिटी प्रशासन के सामूहिक प्रयास का नतीजा है. 


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बता दें कि इससे पहले बीते महीने यूएसए की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने जामिया के 16 शोधकर्ताओं को दुनिया के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की प्रतिष्ठित वैश्विक सूची में शामिल किया था. जिसे स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के एमिनेंट प्रोफेसर, प्रो. जॉन इओनिडिस के नेतृत्व में विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा तैयार किया गया था.


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फिलहाल स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की इस लिस्ट में भारत से कुल 3352 शोधकर्ताओं ने स्थान पाया जो वैश्विक शोध मंच पर देश के बहुमूल्य प्रभाव का प्रतिनिधित्व करता है. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा दो अलग-अलग सूचियां जारी की गईं. पहली प्रतिष्ठित सूची करियर-लॉन्ग डेटा पर आधारित है जिसमें 08 जामिया के प्रोफेसरों ने अपनी जगह बनाई. वहीं वर्ष 2020 के प्रदर्शन की दूसरी सूची में संस्थान के 16 वैज्ञानिक हैं. 


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