नई दिल्ली: महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल पटरी पर हुए हादसे के बाद भी रेलवे ट्रैक के सहारे प्रवासियों के घर जाने का सिलसिला नहीं रुक रहा है. लगातार महाराष्ट्र से रेल पटरियों से होते हुए अपने गांव की तरफ प्रवासी मजदूर दिख रहे हैं लेकिन उन्हें रोक पाने में सरकार नाकामयाब नजर आ रही है. औरंगाबाद में रेल पटरी पर हुए हादसे को अभी लोग भूल भी नहीं पाए हैं कि पुणे के पास रेल पटरी पर एक बड़ा हादसा होते-होते बचा.


दरअसल पुणे के पास उरली और लोणी स्टेशन के बीच बीते शुक्रवार की शाम रेलवे ट्रैक पर उस वक्त एक बड़ा हादसा टल गया, जब एक मालगाड़ी तेज रफ्तार से आ रही थी. इसी दौरान ट्रेन के लोको ड्राइवर को ट्रैक पर कुछ लोग बैठे और कुछ लोग जाते हुए दूर से दिखे. लोको पायलट ने तत्काल ट्रेन का हॉर्न बजाना शुरू किया और सतर्कता दिखाते हुए तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाई और ट्रैक पर चल रहे करीब 20 प्रवासियों से करीब 100 मीटर पहले ही ट्रेन रोक दिया. इस ट्रेन चालक की सतर्कता से करीब 20 प्रवासियों की जान बच गई जो ट्रेक के सहारे अपने गांव की ओर जा रहे थे.


इस घटना के बाद इसकी खबर तत्काल नजदीकी प्रशासन को दी गई. इसके बाद रेल पटरियों पर बैठे और जाने वाले प्रवासियों को तत्काल हटाया गया. रेलवे प्रशासन लगातार उन लोगों से अपील कर रही है कि प्रवासी मजदूर रेल पटरियों का इस्तेमाल ना करें क्योंकि इस पर चलना खतरे से खाली नहीं है.


रेलवे ने कहा है कि बहुत सारी आवश्यक सेवाओं के लिए गाड़ियां चलाई जा रही हैं जो किसी भी वक्त आपके खतरे का कारण बन सकती हैं इसलिए सुरक्षा के लिहाज से रेलवे ट्रैक का इस्तेमाल लोग चलने के लिए ना करें.