Shaheen Bagh Anti-Encroachment Drive: दिल्ली के जहांगीरपुरी से शुरू हुई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अब पूरी दिल्ली में देखी जा रही है. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC) ने अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया है, जो 13 मई तक चलेगा. गुरुवार को कालिंदी कुंज पार्क से जामिया नगर पुलिस स्टेशन तक अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम की कार्रवाई तय थी.
जिसके अंतर्गत SDMC द्वारा अवैध कब्जों को हटाया जाना था लेकिन दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की तरफ से पुलिस बल मुहैया नहीं कराया गया जिस वजह से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही नहीं हो पाई. ऐसे में आम लोगों ने खुद अपनी दुकानों का सामान दुकानों के निर्धारित दायरे में कर लिया है.
यहां रहने वाले लोग बताते हैं कि पहले ये सामान सड़कों पर फैला नजर आता था लेकिन अब संभावित कार्रवाई के डर से दुकानें अपनी तय सीमा में वापस पहुंच गई हैं. नतीजा ये है कि अब सड़कें चौड़ी दिखने लगी हैं और इस वजह से जाम की आशंका कम नजर आ रही है.
एमसीडी ने क्यों मांगा पुलिस बल ?
MCD के सेंट्रल जोन चेयरमैन राजपाल सिंह एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में बताते हैं कि कोई भी एंटी ड्राइव चलाने के लिए पुलिस बल का होना बहुत जरूरी है. बिना पुलिस बल की सुरक्षा के अतिक्रमण के विरुद्ध अभियान सफलतापूर्वक नहीं चलाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि इससे पहले ओखला पूर्व में MLA रहे लोगों ने हमारे कर्मचारियों के साथ बदतमीजी की थी इसलिए हमने अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस बल की मांग की थी."
क्या 13 मई तक चलेगा अतिक्रमण विरोधी अभियान ?
जोन चेयरमैन कहते हैं कि शुक्रवार से जो भी प्रोग्राम निर्धारित हैं वो चलते रहेंगे. अभी 13 मई तक का शेड्यूल है उसके बाद नए रोड मैप में कालिंदी कुंज को जोड़ा जाएगा. जो कानून का सम्मान करेगा, नियम को मानेगा उसका हम स्वागत करेंगे. विरोध करने वालों का इलाज किया जाएगा.
क्या छोटे तबके के लोगों को मिलेगी रियायत ?
राजपाल सिंह इस मामले में कोई स्पष्ट जवाब नहीं देते हुए कहते हैं कि छोटे तबके के लोगों को केंद्र की योजना के अनुसार टाउन वाइंडिंग स्कीम में जोड़ा जाएगा और उनके लिए रोज़ी रोटी की व्यवस्था बने इस बारे में हम प्रयासरत हैं.
क्या सभी अभियानों में इस्तेमाल किया जाएगा बुलडोजर ?
MCD के सेंट्रल जोन चेयरमैन कहते हैं कि बुलडोजर का उपयोग इस ड्राइव में होता रहेगा. पहले भी उपयोग करते रहे थे, अब ज्यादा संख्या में करेंगे.
क्या MCD ने लोगों को पहले से नोटिस दी है ?
इस पर जवाब देते हुए सिंह कहते हैं कि अतिक्रमण करने वालों को किसी प्रकार के नोटिस की जरूरत नहीं होती है. उनके मन में यह अहसास होता है कि हमने कब्जा किया है और वो खुद अतिक्रमण हटा देते हैं." सिंह ने कहा कि या तो वो खुद अतिक्रमण हटा लें वरना हम खुद उस अतिक्रमण को तोड़ेंगे. यहीं नहीं हम उनसे उसकी कॉस्ट भी चार्ज करेंगे. हम उसकी मॉनिटरिंग करेंगे, वीडियोग्राफी करेंगे ये देखने के लिए कि दोबारा से अतिक्रमण नहीं हो."
एमसीडी आने वाले दिनों में श्रीनिवासपुरी कॉलोनी से लेकर ओखला, शाहीन बाग से लेकर जसोला और कालिंदी कुंज पार्क, धीरसेन मार्ग, इस्कॉन टेंपल से लेकर कालका देवी मंदिर इत्यादि इलाकों में अतिक्रमण के विरुद्ध कारवाई किए जाने की योजना है. अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के जरिए उम्मीद की जा रही है कि दिल्ली में सड़कों पर कम जाम लगेगा. इससे लोगों को पार्किंग की सुविधा भी मिलेगी और वहां के रहवासियों का कीमती वक्त भी बचाया जा सकेगा.