प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार ने कसी कमर, डस्ट पॉल्युशन से निपटने के लिए तैयार हैं 'एंटी स्मॉग गन'
इस बार दिल्ली सरकार कोई चूक नहीं करना चाहती है. 5 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच दिल्ली में एंटी डस्ट मुहिम चलाई जा रही है.
![प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार ने कसी कमर, डस्ट पॉल्युशन से निपटने के लिए तैयार हैं 'एंटी स्मॉग गन' 'Anti smog gun' ready to deal with dust pollution in Delhi ann प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार ने कसी कमर, डस्ट पॉल्युशन से निपटने के लिए तैयार हैं 'एंटी स्मॉग गन'](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/10/09040026/pollutin-.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
नई दिल्ली: सर्दियों का मौसम आते ही प्रदूषण की समस्या दिल्ली में चिंता का कारण बन जाती है. पिछले साल दिल्ली में हवा की गुणवत्ता आपातकालीन स्थिति में पहुंच गई थी. ऐसे में इस बार दिल्ली सरकार कोई चूक नहीं करना चाहती है. 5 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच दिल्ली में एंटी डस्ट मुहिम चलाई जा रही है.
इस मुहिम के तहत डस्ट पार्टिकल्स को हवा में फैलने से रोकने के तमाम उपाय किए जा रहे हैं. सबसे ज़्यादा ध्यान कंस्ट्रक्शन साइट और डिमोलिशन साइट पर दिया जा रहा है. ऐसी सभी साइट्स पर 'एंटी स्मॉग गन' की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
दिल्ली पॉल्युशन कंट्रोल कमेटी (DPCC) की ओर से सभी कंस्ट्रक्शन एजेंसियों और स्थानीय निकायों को ऐसी हर जगह पर ये गन लगाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं, जहां धूल उड़ती हो.
कैसे काम करती है 'एंटी स्मॉग गन' एक कैनन के आकार की एंटी-स्मॉग गन इस तरह से डिजाइन की गई है जिससे पानी की महीन बूंदों की बौछार बनाई जा सके. कैनन के पिछले हिस्से में लगे तेज़ गति वाले पंखे की मदद से कैनन में दबाव बनाया जाता है.
पानी के टैंकर से इसे पाइप की मदद से कनेक्ट किया जाता है. कैनन के अगले हिस्से में लगे छोटे-छोटे नॉजल की मदद से पानी की महीन बूंदें बौछार के माध्यम से फैलाई जाती हैं. पानी की ये बूंदें हवा में मौजूद छोटे धूल कणों को सोख लेती हैं. 360 डिग्री के एंगल पर इस एंटी स्मॉग गन को चलाया जा सकता है.
वायु प्रदूषण को कम करने के लिए विशेष तौर पर डिजाइन की गई इस एंटी स्मॉग गन के इस्तेमाल का मकसद है कि PM10 और PM2.5 का स्तर जो इन धूल के कणों से बढ़ता है उस स्तर को कम किया जाए.
प्रदूषण को लेकर सख्त हुई दिल्ली सरकार दिल्ली में 6 बड़ी कंस्ट्रक्शन और डिमोलिशन साइट पर काम रोकने का आदेश दिया गया है. दरअसल दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमिटी ने इन साइट्स पर धूल उड़ने से रोकने के लिए एंटी स्मॉग गन लगाने के निर्देश दिए थे जो नहीं लगाए गए जिसके बाद ये कार्रवाई की गई. जिन 6 साइट्स के खिलाफ कार्रवाई की गई, वो हैं-
- नेताजी नगर निर्माण कार्य, NBCC ( 20 अगस्त को एंटी स्मॉग गन लगाने को कहा था)
- सरोजिनी नगर निर्माण कार्य, NCCC ( 20 अगस्त को एंटी स्मॉग गन लगाने को कहा था)
- FICCI ऑडिटोरियम ( 20 अगस्त को एंटी स्मॉग गन लगाने को कहा था)
- कस्तूरबा नगर में निर्माण कार्य, CPWD, ( 20 सितंबर को एंटी स्मॉग गन लगाने को कहा था)
- CRPF हेड क्वार्टर, CGO कॉम्प्लेक्स ( 20 सितंबर को एंटी स्मॉग गन लगाने को कहा था)
- त्यागराज नगर, CPWD ( 20 सितंबर को एंटी स्मॉग गन लगाने को कहा था)
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने एंटी डस्ट कैंपेन के तहत कई सारे एक्शन प्लान बनाए हैं, जिनको लागू करना सुनिश्चित किया जाएगा. पर्यावरण विभाग की 14 टीमें बनाई गई हैं जो अलग अलग इलाकों में निरीक्षण कर रही हैं. नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी.
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