नई दिल्ली: देश में किसान बिल का विरोध प्रदर्शन चल रहा है. ऐसे में कुछ असामाजिक तत्व इस मौके का फायदा उठाने की कोशिश में खालिस्तान और आतंकी जनरैल सिंह भिंडरावाले से संबंधित पोस्ट सोशल मीडिया पर ट्रेंड कराने की कोशिश कर रहे हैं.


बीते 15 दिनों में 12 हजार से अधिक पोस्ट पाए गये


हाल ही में महाराष्ट्र की साइबर पुलिस ने पाया है की जबसे किसान आंदोलन शुरू हुआ है तबसे सोशल मीडिया पर खालिस्तानी समर्थक पोस्ट भी बड़े पैमाने पर बढ़े है. बीते 15 दिनों में पुलिस ने 12,800 पोस्ट पाए हैं जिनमे खालिस्तान का जिक्र है. जबकि 6,321 पोस्ट ऐसे हैं जिनमे आतंकी जनरैल सिंग भिंडरावाले का जिक्र है. महाराष्ट्र पुलिस दल के एक उच्च अधिकारी की माने तो ये पोस्ट जिन सोशल मीडिया अकाउंट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं उनमें से ज्यादा तर अकाउंट्स भारत और उसके अलावा ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा से चलाया जा रहा है.


पुलिस के मुताबिक उन्हें ये पता चला है कि इन पोस्ट के माध्यम से झूठ को फैलाया जा रहा है. खालिस्तानी विचारधारा का प्रचार प्रसार भारतीय साइबर स्पेस में फैलाने की कोशिश की जा रही है. पुलिस को प्राथमिक विश्लेषण में ये भी पता चला है कि इनके पीछे काम कर रहे लोग साइबर एक्सपर्ट है और वो अपनी पहचान छुपाने के लिये अलग-अलग देशों के आई पी एड्रेस का इस्तेमाल कर इस तरह के पोस्ट को भारतीय साइबर स्पेस में बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं.


पुलिस ने पिछले हफ्ते खालिस्तानी कश्मीरी को आतंकी हमले को अंजाम देने से पहले किया था गिरफ्तार


पिछले सप्ताह दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खालिस्तानी कश्मीरी को उनके किसी भी तरह के आतंकी घटना को अंजाम देने से पहले गिरफ्तार कर किया था. हाल ही में नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) ने गुरपतवंत सिंह पन्नू के साथ और 15 लोगों के खिलाफ यूएपीए की धारा के तहत चार्जशीट फाइल की है. ये लोग 'रेफरेंडम 2020' इस शब्द का इस्तेमाल कर खालिस्तानी मूवमेंट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चलाने की कोशिश कर रहे थे.


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