मुंबई: देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में से एक मुंबई में तीसरी लहर के बच्चों पर पड़ने वाले असर को लेकर सबसे ज्यादा चिंता है. तीसरी लहर से पहले बीएमसी ने एक सर्वे किया है और इस सर्वे में जो बातें सामने निकल कर आई है वह बेहद सकारात्मक है. बीएमसी ने दो हजार से ज्यादा बच्चों के बीच यह सर्वे किया है. जिसमें ये बात निकल कर आई कि मुंबई के 51 प्रतिशत से ज्यादा बच्चों में कोविड के एंटी बॉडी मौजूद है.
बीएमसी कोविड-19 को लेकर अपनी रिसर्च टीम की तरफ से लगातार सर्वे करा रही है. इसी कड़ी में आज बच्चों से जुड़ा हुआ जब एक सर्वे निकल कर सामने आया तो बीएमसी अधिकारी बहुत खुश दिखाई दिए.
मुंबई में बच्चों के बीच कोविड-19 की एंटीबॉडी जानने के लिए बीएमसी ने यह सर्वे किया. बीएमसी ने 24 वार्ड से 2176 सैंपल लिए. यह सारे सैंपल 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए गए. इन सैंपल्स को एग्जामिन करने के बाद यह तथ्य सामने आया की 51% से ज्यादा बच्चों में कोविड की एंटीबॉडी मौजूद है.
इस रिपोर्ट के आने से बीएमसी बहुत सकारात्मक है. अधिकारियों का कहना है कि एंटीबॉडी बच्चों की खुद की इम्युनिटी या फिर कोविड-19 के सम्पर्क में आ जाने के बाद डेवलेप हो सकती है, अभी और भी रिसर्च इस पर होगी.
इस रिपोर्ट के बाद बीएमसी ने स्पष्ट किया है कि बीएमसी की तीसरी लहर में बच्चों की सुरक्षा को लेकर तैयारी पूरी है. हर वार्ड हर जम्बो फैसिलिटी और अस्पताल में बच्चों की जरूरत के अनुसार मेडिकल सिस्टम तैयार किया जा रहा है. अलग ऑक्सीजन लेवल, अलग दवाएं और अलग बेड लगाए जा रहे हैं जहां पूरी क्षमता से बच्चों का इलाज हो सके.
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