Antilia Case: एंटीलिया कांड में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने दायर की चार्जशीट पर एनसीपी ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं. एनसीपी नेता और मंत्री नवाब मलिक ने NIA पर परमबीर सिंह को बचाने की एवज में सचिन वाजे पर ठीकरा फोड़ने का गंभीर आरोप लगाया है. साथ ही एंटीलिया कांड में परमबीर सिंह को मास्टरमाइंड बताकर नवाब मलिक ने सनसनी मचा दी है.


महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार के लिए गले की फांस बने एंटीलिया कांड मामले में जांच कर रही एनआईए ने अदालत में मामले की चार्जशीट दायर की है. जिसके बाद नया बवाल खड़ा हो गया है. इसके बाद एनसीपी नेता और मंत्री नवाब मलिक ने NIA को ही आरोपों के कटघरे में खड़ा करते हुए मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को बचाने का गंभीर आरोप लगाया है. मलिक ने कहा कि एंटीलिया कांड का मास्टरमाइंड परमबीर सिंह है लेकिन पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आरोप करने की एवज में परमबीर को छोड़ मामले का ठीकरा परमबीर के करीबी सचिन वाजे पर केंद्रीय जांच एजेंसी ने फोड़ा है. चार्जशीट सवालों के घेरे में है.


रिपोर्ट में छेड़छाड़


बता दें कि एनआईए ने जो चार्जशीट अदालत में दायर की है, उसमें कई बातों का खुलासा किया है. चार्जशीट के मुताबिक एनआईए को एक साइबर एक्सपर्ट ने अपने जवाब में बताया है कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने एंटीलिया कांड की जांच को गुमराह करने के लिए जैश-उल-हिंद नाम के आतंकी संगठन से जुड़ी रिपोर्ट में छेड़छाड़ कराई थी. जिसके लिए परमबीर ने उस साइबर एक्सपर्ट को 5 लाख रुपये कैश दिए थे.


सवाल ये है कि मुंबई पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर अगर इस तरह से सबूतों से छेड़छाड़ कर रहे हैं तो फिर क्यों उन पर NIA ने अब तक करवाई नहीं की है. वहीं BJP की परमबीर पर चुप्पी भी कई तरह के सवाल खड़े करती है. NIA की चार्जशीट में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि एंटीलिया कांड के पीछे मुख्य उद्देश्य पैसे की उगाही करना भी था. सवाल यह है कि क्या सचिन वाजे अकेले ऐसा करने का दम रखते थे क्योंकि सचिन वाजे को मुंबई पुलिस में फिर से परमबीर सिंह के कहने पर ही लिया गया था. दर्जे के अधिकारी होने के बाद भी वाजे को CIU यूनिट का प्रमुख बनाया गया था. वाजे सीधे परमबीर को रिपोर्ट करते थे.



यह भी पढ़ें:
Mansukh Hiren Murder Case: चार्जशीट में खुलासा, सचिन वाजे ने इसलिए रची मनसुख हिरेन की हत्या की साजिश
एंटीलिया- मनसुख हिरेन हत्याकांड मामले में सचिन वाझे ने CM उद्धव ठाकरे और अनिल देशमुख से भी छुपाया था सच