मुंबई: अंबानी के एंटीलिया आवास के बाहर विस्फोटक वाली स्कॉर्पियो कार से मिली धमकी भरी चिठ्ठी का राज खुल गया है. NIA सूत्रों के मुताबिक, एंटीलिया के नजदीक पार्क की गई स्कॉर्पियो कार में मिली चिट्ठी को खुद मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे ने ही रखा था. NIA के पूछताछ में ये बात वाजे ने कबूल की है.


टूटी फूटी इंग्लिश वाली चिट्ठी को विनायक शिंदे के घर से मिले प्रिंटर के जरिए निकाला गया था जिसकी जांच फोरेंसिक टीम के जरिये की जा रहीं है. आज NIA, सचिन वाजे के अलावा मनसुख हिरेन हत्या के आरोपी विनायक और नरेश की कस्टडी की मांग करेगी. कस्टडी लेने के बाद पहले नरेश और विनायक से पूछताछ करेगी. आने वाले दिनों में इन सबको आमने सामने बैठाकर पूछताछ संभव है.


NIA ने वाजे के खिलाफ यूएपीए के तहत भी आरोप लगाए
एनआईए ने एंटीलिया के पास से विस्फोटक मिलने के मामले में आरोपी निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के खिलाफ बुधवार को गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) की धाराएं भी लगाई हैं. एनआईए ने विशेष एनआईए अदालत को इस मामले में यूएपीए की धाराएं जोड़ने की जानकारी देते हुए बुधवार को अर्जी दाखिल की. वाजे पर यूएपीपीए की धारा 16 और 18 के तहत आरोप लगाए गए हैं.


एनआईए ने वाजे की हिरासत खत्म होने से एक दिन पहले यह कदम उठाया है. एजेंसी उस कार के मालिक मनसुख हिरेन की हत्या के मामले की भी जांच कर रही है. हिरेन का शव पांच मार्च को ठाणे में एक नहर से मिला था.


केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने 20 मार्च को इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी थी. लेकिन एटीएस की जांच भी जारी थी. एटीएस ने दो दिन पहले दावा किया था कि उसने हिरेन की मौत की गुत्थी सुलझा ली है. वहीं, एएनआईए ने हिरेन की हत्या के मामले में महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) द्वारा गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों को बुधवार शाम हिरासत में ले लिया.


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