मुंबई: एंटीलिया केस में संदिग्ध मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को लेकर बीजेपी ने उद्धव सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. बीजेपी के विधायक राम कदम ने उद्धव सरकार को आड़े हाथों लेते हुए पूछा है कि क्या परमबीर सिंह वसूली करने वाले मंत्रियों के नाम जांच एजेंसी को बता देते इसलिए उन्हें छिपा दिया गया है.
खुद जिम्मेदारी लेना कब सीखेंगे उद्धव- राम कदम
राम कदम ने कहा है, ‘’परमबीर सिंह महाराष्ट्र में वसूली करने वाले मंत्रीयों के आकाओं के नाम कहीं जांच एजेंसी को न बता दें. क्या यही कारण है कि महाराष्ट्र सरकार उन्हें छुपा रही है? हर बार केंद्र पर ऊंगली दिखाने वाले खुद जिम्मेदारी लेना कब सीखेंगे?’’
परमबीर सिंह के देश छोड़ने का शक
गौरतलब है कि मामले की जांच कर रही एनआईए ने मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह को पूछताछ के लिए कई बार समन भेजा है, लेकिन उन्हें अबतक समन डिलीवर नहीं हुआ है. एनआईए और महाराष्ट्र राज्य की जांच एजेंसियों को शक है कि गिरफ़्तारी के डर से परमबीर सिंह देश छोड़कर चले गए हैं.
दर्ज हुआ था परमबीर सिंह का बयान
एनआईए सूत्रों ने बताया कि सचिन वाजे की गिरफ़्तारी के बाद चल रही जांच के दौरान अप्रैल महीने में परमबीर सिंह को एनआईए कार्यालय बुलाया गया था, जहां पर एनआईए ने सचिन वाजे से जुड़े कई सवाल पूछे थे. जिस वक्त एंटीलिया कांड सामने आया था तब वाजे को मामले का इंवेस्टिगेशन अधिकारी बनाया गया था और वह सीधे परमबीर सिंह को रिपोर्ट करता था. एनआईए के अलावा स्टेट सीआईडी और ठाणे पुलिस ने परमबीर के ख़िलाफ़ लुक आउट सर्कुलर जारी किया है. सिंह के ख़िलाफ़ अबतक 5 मामले दर्ज हैं.