मुंबई: सचिन वाजे की राज़दार मीना जॉर्ज एनआईए की रडार पर है. एनआईए को मीना के घर की तलाशी में एक डायरी मिली है, जिसमे मीना के पैसों के लेन देन से जुड़ी जानकारी मिली है. इसके अलावा ये भी पता चला है कि सचिन वाजे की करीबी मीना जॉर्ज मुंबई से फरार होने की फिराक में थी.
डायरी में कितने पैसे कहां से आये? वाजे ने ये पेमेंट दिलवाया था? उसके बाद इन पैसों को कौन से बैंकों में जमा किया गया या किसी और जगह इन्वेस्ट किया गया? यह सब जानकारी लिखी है.
कई बैंको के दस्तावेज भी मिले हैं. उन्ही में से एक बैंक मुम्बई के वर्सोवा में स्थित डीसीबी बैंक है, जिसमे सचिन वाजे और मीना जॉर्ज का जॉइंट अकॉउंट था. इसी बैंक से मीना ने 18 मार्च को साढे 26 लाख रुपये निकाले थे. ये वो तारीख है, जब सचिन वाजे एनआईए की हिरासत में था.
एनआईए सूत्रों ने बताया कि मीना मुम्बई से फरार होने की फिराक में थी. उसी समय एनआईए ने उसे एयरपोर्ट से हिरासत में लिया था और उसके घर की तलाशी में ये डायरी मिली है. एनआईए को शक है कि मीना, सचिन वाजे के मनी मैनेजमेंट के साथ ब्लैक मनी को वाइट करने का काम करती थी. जिस सफेद मर्सीडीज कार को एनआईए ने बीते दिनों जब्त किया था, उसे मीना जॉर्ज ही इस्तेमाल करती थी. मीना जॉर्ज से पूछताछ के बाद उसे सचिन वाजे के सामने भी बैठाकर एक बार पूछताछ हो चुकी है.
महाराष्ट्र सरकार और अनिल देशमुख SC पहुंचे, बॉम्बे HC के आदेश को चुनौती दी