मुंबईः मुकेश अंबानी के घर के पास मिले एक्प्लोसिव के मामले में एक और नया खुलासा हुआ है. मुंबई पुलिस सूत्रों की माने तो जिन लोगों ने अंबानी के घर के पास जिलेटिन रखी स्कॉर्पियों छोड़ी थी उन लोगों ने इस घटना को अंजाम देते समय मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया था. मुंबई पुलिस ने आरोपियों का पता लगाने के लिए उस इलाके का 2 बजकर 18 मिनट का डंप डेटा (जितने मोबाइल उस परिसर में उस समय ट्रेवेल कर रहे थे) निकाला उसके बाद 3 बजकर 05 मिनट का मुलुंड टोल नाके का भी डंप डेटा निकाला.


पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज के अनुसार इनोवा कार 1 बजकर 20 मिनट पर मुलुंड टोल नाका पर कर मुम्बई के प्रियदर्शनी पार्क के पास करीब 1 बजकर 40 मिनट पर आती है जहां पर उसका इंतजार स्कॉर्पियो गाड़ी वाला कर रहा था. इसके बाद इनोवा गाड़ी आगे आगे और स्कॉर्पियो गाड़ी पीछे पीछे चल कर अम्बानी के घर के पास तक पहुंचती है. ये लोग गाड़ियां इसलिए साथ मे चला रहे होंगे ताकि एकदूसरे से बातचीत और कोर्डिनेशन करने में आसानी हो.


जांच में जुटी पुलिस 2000 से ज्यादा मोबाइल की जांच पड़ताल की लेकिन संदिग्ध का पता नही चला पा रहा है. मामले की जांच कर रही पुलिस लगातार सीसीटीवी भी खंगाल रही है लेकिन अभी तक कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है. मुंबई पुलिस के सूत्रों की माने तो इनोवा कार जिसमें दो संदिग्ध स्कॉर्पियो गाड़ी अंबानी के घर के करीब 500 मीटर की दूरी पर पार्क कर फरार हुए थे, वह गाड़ी मुलुंड टोल पार की थी.


एंटीलिया धमकी मामला: संदिग्ध अपराधियों को तलाशना हुआ मुश्किल, सीसीटीवी में टोल को पार करते नहीं आए नजर