जम्मू के अस्पतालों में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और दवाइयों का अभाव, अनुपम खेर फाउंडेशन ने मदद का हाथ बढ़ाया
जम्मू के कई अस्पतालों में करोना से निपटने के लिए मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. यह बात अभिनेता अनुपम खेर तक पहुंची तो अब उन्होंने अपनी फाउंडेशन के तहत एक अस्पताल की कायाकल्प करने का फैसला किया.
जम्मू में कोरोना से पीड़ित मरीजों के इलाज में अब हील इंडिया प्रोजेक्ट के तहत अनुपम खेर फाउंडेशन भी सामने आई है. अनुपम खेर फाउंडेशन ने जम्मू में कश्मीरी पंडितों की सबसे बड़ी विस्थापित कॉलोनी में बने अस्पताल में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर और दवाइयां भिजवाई.
जम्मू में जहां एक तरफ करोना तेजी से अपने पांव पसार रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार भी इस महामारी को रोकने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है. लेकिन, जम्मू के कई इलाके ऐसे हैं जहां के अस्पतालों में करोना से निपटने के लिए मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. ऐसा ही एक अस्पताल जम्मू के जगती में बना हुआ है, जो यहां पर रह रहे कश्मीरी पंडितों की सबसे बड़ी कॉलोनी जगती में बनाया गया है.
सुविधा का अभाव होने पर अनुपम खेर ने मदद का बढ़ाया हाथ
जगती में रहने वाले सुनील पंडिता के मुताबिक इस इलाके में बने इस अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि यहां कोरोना से निपटने के लिए ना तो वेंटिलेटर है और ना ही ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अगर इस इलाके से कोई करोना संक्रमित मामला सामने आता है तो उसे सीधा सरकारी अस्पताल भेजा जाता है. उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में करोना पीड़ितों से निपटने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ भी नहीं है. यह बात अभिनेता अनुपम खेर तक पहुंची तो अब उन्होंने अपनी फाउंडेशन के तहत इस अस्पताल की कायाकल्प करने का फैसला किया.
अनुपम खेर फाउंडेशन को जम्मू में देख रहे किरण वातल के मुताबिक जैसे ही अनुपम खेर को इस अस्पताल में मूलभूत सुविधाओं के अभाव का पता चला तो उन्होंने तुरंत यहां के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और वेंटिलेटर भिजवाए. उन्होंने कहा कि अनुपम खेर फाउंडेशन के तहत करीब 8 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर इस अस्पताल को दिए गए हैं, जबकि दो वेंटिलेटर अभी इस अस्पताल में स्थापित नहीं किए जा सके क्योंकि वेंटिलेटर्स के लिए बैक एंड का सपोर्ट इस अस्पताल में नहीं है. यह दोनों वेंटिलेटर उनके पास सुरक्षित रखे हैं और जैसे ही इस अस्पताल में वेंटिलेटर के लिए सपोर्ट तैयार हो जाएगा इन दोनों को यहां लगाया जाएगा.
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