नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने गांधी परिवार को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि अगर किसी को ठेस पहुंची है तो उन्हें भी इस बात की पीड़ा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था.


अनुराग ठाकुर ने क्या कहा था?


लोकसभा में आज उस वक्त हंगामा मच गया जब वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने पीएम केयर्स फंड का बचाव करते हुए जवाहर लाल नेहरू और सोनिया गांधी पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा, ''नेहरूजी ने फंड बनाया आज तक उसका रजिस्ट्रेशन नहीं कराया. आपने केवल एक परिवार गांधी परिवार के लिए ट्रस्ट बनाया. सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाया, इसकी जांच होनी चाहिए तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.''





इसके साथ ही उन्होंने कहा, “1948 में तत्कालीन प्रधानमंत्री ने शाही हुकुम की तरह प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष बनाने का आदेश दिया.’’ उन्होंने दावा किया कि इस कोष का आज तक पंजीकरण नहीं कराया गया है. इसकी जांच होनी चाहिए कि इसको विदेशी योगदान विनियमन संबंधी मंजूरी कैसे मिली?


उनके इस बयान के बाद लोकसभा में भारी हंगामा मच गया. हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी. दरअसल, लोकसभा में विधेयक पेश किये जाने का विरोध करते हुए कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने पीएम केयर्स फंड के गठन को लेकर सवाल उठाये. कुछ सदस्यों ने इस कोष को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष में मिला देने का सुझाव दिया. इस दौरान वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि पीएम केयर्स फंड का विरोध किया जा रहा है लेकिन इस विरोध के पीछे तर्क तो होना चाहिए. इस दौरान ही अनुराग ठाकुर ने गांधी परिवार पर टिप्पणी की थी.


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