(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rohingya Refugees: अनुराग ठाकुर ने रोहिंग्या मुद्दे पर सीएम अरविंद केजरीवाल को घेरा, क्या कुछ कहा?
अनुराग ठाकुर ने निशाना साधते हुए कहा कि रोहिंग्या घुसपैठियों को अरविंद केजरीवाल की पार्टी के विधायक उनकी सह पर मुफ्त में पानी भी देते हैं, बिजली भी देते हैं और उनको राशन भी देते हैं.
Rohingya Row: दिल्ली में रोहिंग्याओं पर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसको लेकर अब केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पर हमला बोला है. ठाकुर ने केजरीवाल पर तुष्टीकरण के आरोप लगाते हुए कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने पूछा कि आखिर केजरीवाल की ऐसी क्या मजबूरी है जो रोहिंग्या घुसपैठियों को बसाने और बचाने के लिए केजरीवाल सरकार काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री कम झूठ मंत्री ज्यादा हैं और उनके सभी मंत्री इसी लाइन पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के एक्साइज मंत्री, एक्सक्यूज मंत्री बन गए हैं और स्वास्थ्य मंत्री की याददाश्त चली गई है.
'घुसपैठियों को बांट रहे हैं रेवड़ी'
अनुराग ठाकुर ने निशाना साधते हुए कहा कि रोहिंग्या घुसपैठियों को अरविंद केजरीवाल की पार्टी के विधायक उनकी सह पर मुफ्त में पानी भी देते हैं, बिजली भी देते हैं और उनको राशन भी देते हैं. अभी कुछ दिन पहले केजरीवाल उनको मुफ्त में फ्लैट भी देने चले थे. केजरीवाल जी घुसपैठियों के रेवड़ी बांट रहे हैं.
राष्ट्रीय सुरक्षा से नहीं खेलें केजरीवाल
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि केजरीवाल और आप की सरकार वोटबैंक की राजनीति के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने को तैयार है लेकिन बीजेपी के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा ज्यादा जरूरी है. अनुराग ठाकुर ने एक डॉक्युमेंट दिखाते हुए लिखा कि 23/06/2021 की इस चिट्ठी में दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने साफ साफ लिखा है की फक्करवाला में EWS के फ्लैट रोहिंग्या घुसपैठियों के दे दिये जाएं.
घुसपैठिये हैं सभी रोहिंग्या
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि हमारे गृह मंत्री ने सदन के पटल पर स्पष्ट किया है कि ये रोहिंग्या घुसपैठिये हैं और उनको किसी भी हालत में भारत की नागरिकता नहीं दी जानी चाहिए और समय आने पर उनको उनके देश वापस भेजा जाएगा.
अनुराग ठाकुर ने पूछा कि दिल्ली सरकार को डिटेंशन सेंटर बनाने का काम दिया गया था लेकिन उन्होंने पिछले 1-2 सालों में ये भी नहीं किया. आखिर उनकी ऐसी कौन सी मजबूरी है कि केजरीवाल जी अभी डिटेंशन सेंटर भी नहीं तय कर पाये.