नई दिल्ली: त्रिपुरा और तमिलनाडु में मूर्तियां तोड़ने की घटना पर पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने चिंता व्यक्त की है. अमित शाह ने कहा कि अगर इन मामलों में कोई भी बीजेपी कार्यकर्ता शामिल पाया गया तो उस पर कठोर कार्रवाई होगी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "मैने तमिलनाडु और त्रिपुरा के पार्टी सद्स्यों से बात कर ली है. अगर मुर्ति तोड़ने की घटना में कोई भी बीजेपी का शख्स शामिल होगा तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी." वहीं इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मामले में गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत की थी.
वहीं इस मामले में गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से कड़ी कार्रवाई करने को कहा है. मूर्ति तोड़े जाने की घटना पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि किसी भी महापुरुष की मूर्ति तोड़ने की घटना को सही नहीं ठहराया जा सकता. उन्होंने कहा कि सभी दलों को अपने कार्यकर्ताओं से अपील करनी चाहिए की ऐसी हरकत न करें. अगर कोई ऐसा करता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई हो.
त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के बाद से लगातार हिंसा और तोड़फोड़ की खबरें सामने आ रही है. त्रिपुरा में दो जगहों पर रूसी कम्युनिस्ट क्रांति के नायक लेनिन की मूर्तियां गिरा दी गईं जबकि तमिलनाडु में समाज सुधारक पेरियार की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया. इन दोनों ही घटनाओं में बीजेपी कार्यकर्ताओं के शामिल होने की बात आ रही है. इस बीच अमित शाह का ये बयान आया है.
बता दें कि ये सारा मामला साउथ त्रिपुरा डिस्ट्रिक्ट के बेलोनिया सबडिविज़न में रूसी क्रांति के नायक लेनिन की मूर्ति तोड़ने से शुरू हुआ. मंगलवार को ब्लादिमीर लेनिन की 11.5 फीट ऊंची फाइबर की मूर्ति को कथित तौर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर से गिरा दिया. उसके बाद त्रिपुरा के सबरूम इलाके में लेनिन की ही एक छोटी प्रतिमा ढहा दी गई.
इसके बाद ये मामला और बढ़ता चला गया. इन घटनाओं के जवाब में कोलकाता में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर कालिख पोत दी गई और नुकसान भी पहुंचाया गया. इससे पहले कोयंबटूर में बीजेपी ऑफिस पर कुछ अज्ञात लोगों ने पेट्रोल बम से भी हमला किया.