‘नोटबंदी की भारी गलती’ के लिए देश से माफी मांगे मोदी: केजरीवाल
अमृतसर: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नोटंबदी के फैसले को लेकर कहा कि नए साल से पहले राष्ट्र के संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ‘नोटबंदी की भारी गलती’ पर लोगों से माफी मांगें.
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने कहा कि मोदी ने नोटबंदी कर भारी गलती की है और भारत को गहरे आर्थिक संकट में डाल दिया है.
उन्होंने कहा, ‘‘ मोदी ने इस कवायद के लिए 50 दिन का समय मांगा था, लेकिन नोटबंदी के बाद के झटकों से उबरने में लोगों को कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है’’ केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से इस निर्णय को वापस लेने की मांग की और सुझाव दिया कि कल उन्हें इस संबंध में अपने संबोधन में इसकी घोषणा करनी चाहिए.
केजरीवाल ने कहा, ‘‘ नोटबंदी का निर्णय वापस लेने के अलावा दूसरा कोई समाधान नहीं है.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि अब तक कितना कालाधन बाहर आया, इस पर आरबीआई ने ‘चुप्पी साध रखी’ है. उन्होंने प्रधानमंत्री से यह बताने को कहा कि कितना अवैध धन वापस आया है और बैंकिंग तंत्र में कितना पैसा डाला जा रहा है.
उन्होंने कहा कि आरबीआई के शुरुआती अनुमानों में कहा गया था कि 14 लाख करोड़ रुपये चलन में हैं जोकि आरबीआई के पास लौट आए हैं, लेकिन 2,000 रुपये के नोटों में केवल चार लाख करोड़ रुपये की नयी मुद्रा सर्कुलेशन के लिए उपलब्ध है.
केजरीवाल ने कहा कि सहारा और बिरला जैसे बड़े कापरेरेटरों से मोदी ने रिश्वत ली थी. उन्होंने कहा कि मोदी को कोई नोटिस जारी नहीं किया और मामले से निपट रहे सभी आयकर आयुक्तों का तबादला कर दिया गया.