April Fool's Day: हर साल एक अप्रैल को दुनियाभर में 'अप्रैल फूल डे' मनाया जाता है. लोग आज एक दूसरे के साथ प्रैंक करते हैं, तो कोई मजेदार जोक्स शेयर करता है. कुछ जोक्स तो इतने मजेदार होते हैं कि लोग हंसते-हंसते पेट पकड़कर बैठ जाते हैं. अप्रैल फूल डे पर कई बार ये भी देखने को मिला है कि अखबार और वेबसाइट्स कुछ ऐसी खबरें पब्लिश करती हैं, जो सच लगती हैं, लेकिन आखिर में जाकर पता चलता है कि लोगों के साथ बस एक मजाक किया गया था. 


अप्रैल फूल डे कोई आधिकारिक दिन नहीं है. यही वजह है कि इसके लिए छुट्टी भी नहीं होती है. हालांकि, लोग फिर भी इस दिन को खूब इंज्वाय करते हैं और एक-दूसरे के साथ मस्ती मजाक करते हैं. अप्रैल फूल डे के मौके पर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने खूब सारे मजेदार मीम्स शेयर किए हैं. यहां ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर अप्रैल फूल डे की शुरुआत कैसे हुई. आइए आज इस सवाल का जवाब जानते हैं. 


क्या है अप्रैल फूल डे का इतिहास? 


1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे कई शताब्दियों से मनाया जाता रहा है. इस दिन को मनाने के पीछे कई कहानियां हैं. हालांकि, सबसे ज्यादा पॉपुलर कहानी 16वीं शताब्दी से जुड़ी हुई है. दरअसल, 1563 में ट्रेंट काउंसिल के फैसले के अनुसार फ्रांस ने 1582 में जूलियन कैलेंडर से ग्रेगोरियन कैलेंडर को अपना लिया. इस फैसले से पहले फ्रांस में नया साल वसंत के समय मनाया जाता था, जो मार्च के अंत और अप्रैल के बीच में आता था. नए कैलेंडर को अपनाने के बाद नया साल जनवरी में मनाया जाने लगा. 


हालांकि, कुछ लोगों ने मार्च के आखिर में किसी तारीख को या 1 अप्रैल को नए साल का जश्न मनाना जारी रखा. जिन लोगों ने नया कैलेंडर अपनाकर जनवरी में नया साल का जश्न मनाया था, वे अब इन लोगों का मजाक बनाने लगे. अप्रैल में नया साल मनाने वाले लोगों को 'अप्रैल फूल' कहा गया. वहीं, अप्रैल फूल डे की उत्पत्ति हिलारिया जैसे प्राचीन रोमन त्योहारों से भी हुई है, जो मार्च के अंत में मनाया जाता था.


लोगों ने अप्रैल फूल डे पर शेयर किए मजेदार मीम्स






























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