Archana Gulati Resigns From Google India: गूगल इंडिया की सरकारी मामलों और सार्वजनिक नीति की प्रमुख अर्चना गुलाटी (Archana Gulati) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके गूगल को इस तरह से अचानक अलविदा कहने से कयासों के दौर भी तेज हो गए हैं.


सूत्रों के मुताबिक उन्होंने केवल 5 महीने पहले ही ये कंपनी ज्वाइन की थी. इससे पहले वह भारत सरकार में सम्मानित ओहदे पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं. उनके इस्तीफे पर केवल अर्चना है नहीं बल्कि गूगल ने भी कुछ कहने से परहेज किया है. 


गूगल भारत में कई मामलों से जूझ रहा


गूगल (Google) इंडिया से अर्चना गुलाटी ने ऐसे वक्त में इस्तीफा दिया है जब गूगल भारत में कई अविश्वास मामलों (Antitrust Cases) और तकनीकी सेक्टर में सख्त नियमों का सामना कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक गूगल इंडिया के सरकारी मामलों और सार्वजनिक नीति प्रमुख अर्चना गुलाटी सरकारी सेवा छोड़ने के बाद इस कंपनी में आई थीं. उन्होंने पांच महीने पहले ही गूगल में अपने काम की शुरुआत की थी.


इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि गुलाटी ने गूगल इंडिया से इस्तीफा दे दिया है. इस बारे में जानने के लिए उनसे संपर्क करने पर गुलाटी और गूगल दोनों ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. हालांकि ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि उन्होंने गूगल से इस्तीफा क्यों दिया.


नीति आयोग के थिंक टैंक में रहीं


अर्चना गुलाटी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (Voluntary Retirement) लेने से पहले अगस्त 2019 से मार्च 2021 तक नीति आयोग (NITI Aayog) में डिजिटल संचार नीति (Digital Communications) मामलों को देख रही थीं. यहां वो संयुक्त सचिव (डिजिटल संचार) थीं. ये एक सरकारी थिंक टैंक है जो भारत सरकार को उसकी नीतियों पर सलाह देता है.


एक साल के लिए उन्होंने फ्रीलांस किया और इस साल मई में वो गूगल से जुड़ीं थीं. अर्चना गुलाटी अर्थशास्त्र स्नातक हैं. उन्होंने आईआईटी दिल्ली से पीएचडी की है. उनकी लिंक्डइन (LinkedIn) प्रोफाइल के अनुसार, वह मई 2017 से अगस्त 2019 तक दूरसंचार सचिव के कार्यालय (Telecom Secretary's Office) में विशेष ड्यूटी अधिकारी रहीं थीं.


जिस भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग- सीसीआई (Competition Commission Of India -CCI) में अर्चना गुलाटी ने पहले काम किया, वही सीसीआई स्मार्ट टीवी बाजार में गूगल के बिजनेस कंडक्ट के साथ ही इसके एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम और इन-ऐप भुगतान प्रणाली को देखता है. भारत के दूरसंचार मंत्रालय के यूनिवर्सल सर्विसेज ऑब्लिगेशन फंड में वित्त विभाग में मई 2007 से फरवरी 2012 के बीच अर्चना गुलाटी ने संयुक्त प्रशासक के तौर पर अपनी सेवाएं दीं. जहां उन्होंने यूएसओएफ (USOF) योजनाओं के डिजाइन और कार्यान्वयन के साथ-साथ सब्सिडी वितरण के वित्तीय पहलुओं को देखा. गुलाटी ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition Commission Of India) में संयोजन डिवीजन का भी नेतृत्व किया. यहां उन्होंने विलय और अधिग्रहण से पैदा होने वाले प्रतिस्पर्धा के मुद्दों पर भी आयोग को सलाह दी. 


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