Kanwar Yatra 2024: उत्तर प्रदेश सरकार ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर खाने-पीने का सामान बेचने वाले सभी दुकानदारों को अपनी पहचान लिखने जारी किया है. इस आदेश के बाद कांवड़ रूट पर पड़ने होटलों, ढाबों, दुकानों और ठेलों पर दुकानदारों को अपने नाम की प्लेट लगानी पड़ी है. कुछ ऐसा ही आदेश उत्तराखंड सरकार ने भी जारी किया है.
इस आदेश को लेकर पूरे देश में घमासान मचा हुआ है. विपक्ष लगातार इस आदेश को वापस लेने की मांग कर रहा है. इसी बीच उत्तराखंड के रुड़की में एक मुस्लिम दुकानदार ने ABP न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि सरकार के इस आदेश का उनके व्यापार पर क्या असर पड़ा है.
मुस्लिम दुकानदार ने बताई सच्चाई
रुड़की में सावन के महीने में दिलशाद कांवड़ियों के लिए नी कैप की दुकान लगाते हैं. इससे कांवड़ियों को चलने में आराम मिलता है. सरकार के फैसले से उनके व्यापार पर इसका क्या असर पड़ा है के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, 'हम यहां पर पिछले तीस साल से ये दुकान लगा रहे हैं. सावन के महीने में हर बार हम यहां दुकान लगाते हैं. इस बार भी हमें दुकान लगाई है. हमारे व्यापार पर सरकार के आदेश का कोई भी प्रभाव नहीं पड़ा है. ॉयहां आने वाले कांवड़िये अभी भी हमारी दुकान से सामान लेकर जाते हैं. '
उन्होंने आगे बताया, 'मेरी भगवान शिव में भी आस्था है और मैं 12 महीने कलावा बांध कर रखता हूं.'
कावंड़ियों ने भी दिया जवाब
कांवड़ लेकर जा रहे इंदरजीत ने कहा, 'उन्होंने ने भी मुसलंमान दुकानदारों के यहां से सामान लिया है, जिसको जहां से सामान लेना होगा, वो वही से लेगा. खाने पीना का सामान भी लोग वही ले लेंगे, जहां से वो लेना चाहते है.