JNU: सोची-समझी साजिश थी छात्रों पर हमला, क्या कोड वर्ड के जरिए दिया वारदात को अंजाम?
जेएनयू हमला: इन वॉट्सएप चैट की क्या सच्चाई है. ये जांच का विषय है, लेकिन हमले की तस्वीरें देखकर लगता है कि साजिश के बाद हमले को अंजाम दिया गया था.
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नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में नकाबपोश बदमाशों की तरफ से किया गया हमला एक सोची समझी साजिश थी. ये साजिश कोड वर्ड के जरिए रची गई थी. दिल्ली पुलिस ने इस घटना में साजिश वाले एंगल से जांच शुरू कर दी है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक बाहर से आए लोगों को कोड वर्डस दिए गए थे, जिसके जरिए हमलावर अपने लोगों की पहचान कर पाएं और वो हिंसा के शिकार ना हों.
सूत्रों के मुताबिक, इससे पहले जब पेरियार हॉस्टल में नकाबपोशों का हमला हुआ तो उसके बाद कुछ वॉट्सएप ग्रुप बने और फिर हमले की प्लानिंग हुई. इन वॉट्सएप चैट्स के स्क्रीनशॉट्स अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. एबीपी न्यूज़ ने इन स्क्रीनशॉट्स की तहकीकात की है.
तहकीकात में क्या सामने आया?
हालांकि एबीपी न्यूज इन वॉट्सएप ग्रुप और इन चैट्स की पुष्टि नहीं करता है. स्क्रीनशॉट्स के मुताबिक, एक ग्रुप है. जिसका नाम है Friends of RSS. इसमें लिखा है, ‘’लेफ्ट के आंतक के खिलाफ एक होने के लिए ये ग्रुप ज्वाइन करें. अब पकड़कर लोगों को मार लगनी चाहिए, बस एक ही दवा है.’’ इसके बाद किसी और ने लिखा, ‘’डीयू के लोगों की एंट्री आप खजन सिंह स्विमिंग साइड से करवाइए, हम 25-30 लोग यहां हैं.’’
वायरल हुई इस चैट में ग्रुप का नाम एबीवीपी है. इसमें तीन अलग अलग लोग आपस में चैट कर रहे हैं.
- ग्रुप में एक ने पूछा- क्या हुआ?
- दूसरे ने पूछा- भाई पैसे कितने मिलेंगे ?
- तो तीसरे ने लिखा- जय श्री राम
इसी तरह से एक और ग्रुप है- Unity Against Left. इसकी चैट भी वायरल है.
(वीडियो देखें)
ग्रुप में किसी ने लिखा-
कैसा रहा आज का मैच?
जवाब आया - अब तक बढ़िया, गेट पर कुछ करना चाहिए बताइए, क्या किया जाए? तभी किसी और ने लिखा-तुम कहां हो?
जवाब आया- साबरमती के पीछे. पूछा गया- क्या स्टेटस है अभी? पुलिस तो नहीं आ गई? जवाब आया - नहीं, वीसी ने एंट्री मना की है. अपना वीसी है. ऐसा नहीं है कि सिर्फ राइट विंग के वॉट्सएप ग्रुप की चैट ही वायरल है. लेफ्ट समर्थित छात्रों के एक ग्रुप की चैट भी वायरल है. इस ग्रुप का नाम है- Core Group. इस ग्रुप में चार लोगों के बीच आपस में चर्चा हो रही है.एक ने लिखा- जामिया और डीयू से आने वाले कॉमरेड मेन गेट से ना आएं, आईआईएमसी या मॉल गेट से आए.
जवाब आया- अभी संघी गुंडों की पिटाई का ट्रेलर, पिक्चर अभी बाकी है. तीसरे ने लिखा- कॉमरेड आप लोग रॉड और डंडे के साथ आएं. चौथे ने लिखा- 100 से ज्यादा कॉमरेड जरूरी सामान के साथ जेएनयू पहुंचने वाले हैं. फिर लिखा गया- संघी गुंडों के लिए हालात बहुत मुश्किल है. ये भी कि- कॉमरेड हम सही रास्ते पर जा रहे हैं. इसके बाद जेएनयू में एंट्री के लिए संदेश डाला गया- हम मॉल वाले गेट पहुंचने वाले हैं, प्लीज जेएनयू के कुछ रजिस्टर्ड छात्रों को हमारी एंट्री में मदद के लिए भेज दें. हमें 10-10 लोगों का ग्रुप बना लेना चाहिए और सुबह 4-5 बजे के करीब अपने प्लान के मुताबिक काम करना चाहिए. जामिया से 50 से ज्यादा कॉमरेड निकल चुके हैं. इन वॉट्सएप चैट की क्या सच्चाई है. ये जांच का विषय है, लेकिन हमले की तस्वीरें देखकर लगता है कि साजिश के बाद हमले को अंजाम दिया गया था.यह भी पढें-
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