जम्मू: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के सलाहकार के पद से मुक्त होने के एक हफ्ते बाद बशीर अहमद खान के घर पर छापेमारी की है. छापेमारी फर्जी गन लाइसेंस रैकेट और गुलमर्ग जमीन घोटाले के सिलसिले में की जा रही है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नई दिल्ली से सीबीआई की एक टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ श्रीनगर के बगात इलाके के बुलबुल बाग स्थित बशीर अहमद खान के घर पर पहुंची.
बसीर खान अगस्त 2019 के दौरान कश्मीर के संभागीय आयुक्त के रूप में कार्यरत थे. इस दौरान 370 को निरस्त कर दिया गया था. बाद में उन्हें उनकी सेवानिवृत्ति के बाद लेफ्टिनेंट गवर्नर के सलाहकार के रूप में शामिल किया गया.
क्या है मामला?
बसीर खान मार्च 2020 से उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू और उनके उत्तराधिकारी मनोज सिन्हा के सलाहकार के रूप में बने रहे. इनको सीबीआई के शीर्ष अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर बंदूक लाइसेंस रैकेट में उनके नाम के बारे में गृह मंत्रालय, भारत सरकार को सूचित करने के बाद राहत मिली. इसके बाद MHA ने बसीर खान को सलाहकार के पद से मुक्त कर दिया. यहां तक कि सरकार द्वारा खान को राहत देने के आदेश में भी गृह मंत्रालय का जिक्र था.
सरकारी आदेश में क्या लिखा है?
12 अक्टूबर को जारी सरकारी आदेश में लिखा है, ‘’गृह मंत्रालय, भारत सरकार के संचार संख्या 15030/40/2019-जम्मू और कश्मीर दिनांक 4 अक्टूबर, 2021 के अनुसरण में, बसीर अहमद खान (सेवानिवृत्त आईएएस: 2000) को तत्काल प्रभाव से लेफ्टिनेंट के सलाहकार के पद से मुक्त किया जाता है.’’