श्रीनगर: भारत-पाकिस्तान के बीच एलओसी पर शांति-समझौते का आज 100वां दिन है. इस मौके पर सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे बुधवार को दो दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुंचे. सेना प्रमुख ने एलओसी की फार्वर्ड लोकेशन का दौरा किया. बाद में उन्होंने राज्य के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की. वह आज सुबह 10.20 बजे श्रीनगर में एक प्रेस कांफ्रेंस करेंगे.


सेना के एक अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर पहुंचने के बाद जनरल नरवणे ने सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी और चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डी पी पांडे के साथ आंतरिक इलाकों की इकाइयों का दौरा किया. जहां पर स्थानीय कमांडरों ने सुरक्षा की वर्तमान स्थिति के बारे में सेना प्रमुख को अवगत कराया. 


जनरल नरवणे को युवाओं को कट्टरपंथी गतिविधियों और आतंकवादी रैंकों पर भर्ती करने में शामिल लोगों की पहचान करने और उन्हें नाकाम करने को लेकर किए जा रहे उपायों के बारे में भी जानकारी दी. स्थानीय आतंकवादियों के आत्मसमर्पण और युवाओं को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने से रोकने के प्रयासों पर भी चर्चा की गई. सैनिकों से बातचीत के दौरान सेना प्रमुख ने जवानों और कमांडरों को कोविड-19 और पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद की दोहरी चुनौतियों से लगातार लड़ने के लिए उनकी सराहना भी की.


भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के 100 दिन पूरे
इसी साल 25 फरवरी को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ यानी डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स के बीच सीजफायर एग्रीमेंट हुआ था. इस समझौते के तहत दोनों देशों की सेनाएं लाइन ऑफ कंट्रोल यानी एलओसी पर शांति बनाकर रखेंगी. मतलब दोनों देश फायरिंग और गोलाबारी नहीं करेंगे. अगर सैनिक ऐसा करते भी हैं तो दोनों देशों की सेनाओं के स्थानीय कमांडर्स बातचीत से मामले को सुलझाएंगे. इस समझौते के बाद से एलओसी पर ना तो कोई फायरिंग की घटना सामने आई है और ना ही कोई गोलाबारी.


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