नई दिल्ली: सेना दिवस से पहले नए सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने आज पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए. इस प्रस कॉन्फ्रेंस में सेना प्रमुख ने पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि अगर सरकार कहे तो सेना पीओके में कार्रवाई के लिए तैयार है, संसद में पहले ही प्रस्ताव पास हो चुका ह कि पूरा जम्मू-कश्मीर हमारा है.
पीओके को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए जनरल नरवणे ने कहा, ''जहां तक पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) की बात है, इस पर कई साल पहले का एक संसदीय प्रस्ताव है कि पूरा जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा है. अगर संसद चाहती है कि वह क्षेत्र भी हमसे संबंधित होना चाहिए, अगर हमें उस बारे में आदेश मिलता है, तो हम निश्चित रूप से इस पर कार्रवाई करेंगे.”
पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे सीजफायर उल्लंघन पर जनरल नरवणे ने कहा कि कड़ा जवाब दिया जा रहा है. उन्होंने कहा, ''भारतीय सेना एक पेशेवर बल है, जो शांतकाल में, नियंत्रण रेखा पर और युद्ध क्षेत्र में सर्वाधिक पेशेवर और नैतिक तरीके से खुद को संचालित करती है.”
सेना प्रमुख ने सीडीएस का पद सृजित करने को तीनों सैन्य बलों के एकीकरण की दिशा में ‘बहुत बड़ा कदम’ बताया. उन्होंने कहा कि सेना इसकी सफलता सुनिश्चित करेगी. सेनाध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि संविधान के प्रति निष्ठा ‘‘हर वक्त हमारा मार्गदर्शन’’ करेगा. उन्होंने कहा, ‘‘संविधान में निहित न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की भावना हमारा मार्गदर्शन करती रहेगी.’’
चीन द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र में किये जा रहे सैन्य बुनियादी ढांचे के विस्तार को लेकर सेना प्रमुख नरवणे ने कहा, ‘‘हम उत्तरी सीमा पर उभरी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने उत्तरी सीमा पर तैयारियों का पुनर्संतुलन प्रारंभ किया है, जिसमें उन्नत हथियार प्रणाली की तैनाती शामिल है.’’