नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में सुंजवां आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले के दौरान एक गर्भवती महिला को आतंकियों ने गोली मार दी थी. गोली लगने के बावजूद इस महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया है. सेना के डॉक्टरों ने महिला को खतरे से बाहर निकाला और सी-सेक्शन के जरिए बच्ची की डिलिवरी कराई.

सफल डिलिवरी के बाद महिला ने सेना का शुक्रिया अदा किया है. महिला ने कहा, "मेरी और मेरी बच्ची की जान बचाने के लिए मैं सेना का शुक्रिया अदा करती हूं.’’ बता दें कि यह महिला आर्मी में राइफलमैन नजीर अहमद की पत्नी हैं. हमले के दौरान दोनों घायल हो गए थे.


वहीं, ऑपरेशन करने वाले सेना के डॉक्टरों ने कहा, "यह सामान्य केस नहीं था. यह चुनौतीपूर्ण था. लेकिन जिस तरह से हमारी टीम ने काम किया उस पर हमें गर्व है. हमारी टीम ने बहुत अच्छा काम किया. मां और बच्चे दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं.’’




बताया जा रहा है कि जिस वक्त आतंकियों ने आर्मी कैंप पर हमला किया था, उस वक्त ये महिला अपने क्वार्टर में ही थी. आतंकियों की गोली महिला के पैर पर लगी थी. जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गई थी. तभी सेना के जवानों ने अपनी जान पर खेलकर महिला को मिलिट्री अस्पताल सतवारी पहुंचाया.

बता दें कि 10 फरवरी को पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर हमला कर दिया था. इस हमले में भारतीय सेना के पांच जवान शहीद हो गए. वहीं, एक स्थानीय नागरिक की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. हमले के बाद भारतीय सेना ने चार आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था.