नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक के बाद भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की जान चली गई. इंस्पेक्टर पर गोली चलाने के आरोपी जीतेंद्र फौजी को सेना ने यूपी एसटीएफ के हवाले किया है.  जीतेंद्र मलिक उर्फ जीतेंद्र फौजी को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यूपी एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह के बताया कि सेना ने रात 12 बजकर 50 मिनट पर जीतेंद्र को हमारे हवाले किया. प्रांरंभिक पूछताछ में उसने बताया कि जब भीड़ इकट्ठी हो रही थी तब वो वहीं खड़ा था.





एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इसने इंस्पेक्टर को या युवक सुमित को गोली मारी या नहीं. जीतकेंद्र को आज बुलंदशहर में कोर्ट में पेश किया जाए. इंस्पेक्टर की हत्या में हाथ होने से इसने इंकार किया है. इसके पास से जो मोबाइल मिला है, उसकी जांच करवा रहे हैं.

सेना की ओर से कहा गया है कि जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा. जीतेंद्र फौजी 22 राष्ट्रीय राइफल्स का हिस्सा है और जम्मू-कश्मीर के सोपोर में तैनात था. वह 15 दिन की छुट्टी लेकर अपने गांव आया हुआ था, उसकी छुट्टी मंगलवार को खत्म हो रही थी.





इससे पहले सोमवार को बुलंदशहर में हिंसा भड़ गई. शनिवार शाम मेरठ एसटीएफ की एक टीम जम्मू कश्मीर के सोपोर पहुंची और जीतू फौजी को कस्टडी में लिया. जीतू के भाई और पिता का कहना है कि घटना वाले दिन से पुलिस उन लोगों को परेशान कर रही है.


वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि जीतेंद्र फौजी से पूछताछ के बाद ही हत्या के मामले में उसकी भूमिका का पता लग सकेगा. मेरठ रेंज के आईजी रामकुमार ने कहा कि फोटो और वीडियो के आधार पर जीतेंज्र को चिन्हित किया है, पूछताछ जारी है जिसके बाद उसकी भूमिका पता चलेगी.


इस बीच हिंसा वाले दिन का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें आरोपी जीतेंद्र फौजी स्याना कस्बे की चिंगरावठी पुलिस चौकी के पास ही दिख रहा है. वीडियो में जीतेंद्र नारे लगाता भी नजर आ रहा है. इससे पहले जीतेंद्र की पत्नी प्रियंका ने दावा किया था कि वो हिंसा वाले दिन बुलंदशहर में नहीं था बल्कि शॉपिंग करने गचया था.


जो वीडियो सामने आया है उसमें ट्रॉली पर दाहिनी तरफ कोने में काली और ग्रे रंग की जैकेट पहन कर जीतू उर्फ फौजी नारे लगाता हुआ साफ दिख रहा है. यही नहीं एक तस्वीर में तो आरोपी नंबर 1 योगेश राज के साथ जीतू उर्फ फौजी साफ-साफ दिख रहा है.


इस मामले में मुख्य आरोपी योगेश राज का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है. योगेश राज बजरंग दल का जिला संयोजक है. योगेश राज पर ही हिंसा भड़काने का आरोप है, जिसमें इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की जान चली गई.


बुलंदशहर हिंसा मॉब लिंचिग नहीं, दुर्घटना: सीएम योगी
इस बीच योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर की इस घटना को दुर्घटना बताया है. उन्होंने पहले कहा था कि यह घटना एक बहुत बड़ी साजिश थी लेकिन शुक्रवार को दिल्ली में एक मीडिया कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यह घटना वास्तव में एक दुर्घटना थी. उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश में कोई मॉब लिंचिंग की घटना नहीं हुई है. बुलंदशहर में जो हुआ, वो एक दुर्घटना थी." पुलिस ने नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है लेकिन मुख्य साजिशकर्ता बताया जा रहा योगेश राज गिरफ्त से बाहर है.