सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की आतंकियों से अपील, 'आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटें'
दक्षिण कश्मीर के सभी सक्रिय आतंकवादियों को आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में शामिल होने का सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने "न्योता" दिया है.
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सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के सभी सक्रिय आतंकवादियों आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में शामिल होने का "न्योता" दिया है. सक्रिय आतंकवादियों के परिवारों के साथ "बातचीत" के दौरान यह ऑफर देते हुए कश्मीर में सेना के कमांडर ने कहा कि- लाइव एनकाउंटर के दौरान भी अगर उनके बच्चे आत्मसमर्पण करे गे तो सेना गोली खाकर भी उनको बचाएगी.
दक्षिण कश्मीर के आतंकवाद ग्रस्त शोपिया जिल्ले में आयोजित एक खेल मोहत्सव- “जश्न-ऐ-जनूब" के दौरान हुई इस मुलाक़ात में जनरल ऑफिसर कमांडिंग 15 कोर, लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र प्रताप पांडे, और पुलिस महानिरीक्षक, कश्मीर क्षेत्र, विजय कुमार ने शोपियां ने पूरे दक्षिण कश्मीर के आतंकवादियों के परिवारों के साथ बातचीत कर यह सदेश दिया.
आत्मसमर्पण करने वाले आतंकियों के खिलाफ नहीं दर्ज होगा मामला- सेना
आतंकवादियों के परिवारों के साथ यह मुलाक़ात खेल समारोह के मौके पर आयोजित की गई थी जो दक्षिण कश्मीर के शोपिय के बटपुरा स्टेडियम में हुआ. दक्षिण कश्मीर में होने वाला पहला खेल उत्सव था. आताकियों के परिवारों को भी इस खेल समारोह में शामिल होने के लिए बुलाया गया था और यही पर मुलाकात कर सेना की तरफ से आतंकियों को वापस मुख्यधारा में लाने के लिए यह बड़ा एलान किया. सेना ने कहा है कि परिवार के आग्रह पर आत्मसमर्पण करने वाले आतंकियों के खिलाफ कोई भी मामला दर्ज नहीं होगा.
उनकी सुरक्षा कि ज़िम्मेदारी हमारी होगी- डी पी पांडे
जनरल ऑफिसर कमांडिंग 15 कोर डी पी पांडे ने कहा, "अगर आपके बच्चे डर रहे हैं कि कही बाकी आतंकी उनको मार न दे तो इसको (आत्मसमर्पण) सब को बताने की ज़रुरत नहीं. वह चुप चाप किसी भी नज़दीक के सेना के कैंप या पुलिस स्टेशन में जाए और उसके बाद उनकी सुरक्षा कि ज़िम्मेदारी हमारी होगी".
जनरल पांडे ने परिवारों से अपील की कि वे अपने बच्चों को मुख्यधारा में वापस लाएं और सेना की तरफ से उनकी सुरक्षा की ज़िम्मेदारी हमारी होगी. जम्मू कश्मीर में अभी भी 200-250 आतंकी सक्रिय है जिस में अकेले दक्षिण कश्मीर में 150 से ज्यादा आतंकी है. इन में पिछले छह महीने में शामिल होने वाले करीब 25-30 नए लड़के भी शामिल है. 2021 में मारे गए 102 आतंकियों में से 75 प्रतीषद दक्षिण कश्मीर के चार जिल्लो - अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपिया से ही थे.
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