सेना के जवान की पत्नी बोलीं, ‘मोबाइल जब्त होने के बाद भूख हड़ताल पर बैठे मेरे पति, इंसाफ चाहिए’
नई दिल्ली: अधिकारियों पर जूते साफ और कुत्ता टहलाने का आरोप लगाने वाले सेना के जवान यज्ञ प्रताप सिंह की पत्नी ऋचा सिंह ने दावा किया है कि उनके पति इंसाफ के भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. ऋचा सिंह ने कहा है कि उनके पति का मोबाइल जब्त कर लिया गया है इसलिए उन्होंने दूसरे के फोन से इसक बात की जानकारी दी है.
हालांकि सूत्रों ने बताया है, ''यज्ञ प्रताप सिंह भूख हड़ताल पर नहीं हैं. उन्होंने एक समय का खाना नहीं खाया था. वह सेना की रोजाना कार्रवाई में भाग ले रहे हैं.'' सूत्रों ने यह भी बताया है कि वह लगातार अपनी पत्नी के संपर्क में हैं.
’मेरे पति का मोबाइल जब्त- ऋचा सिंह
यज्ञ प्रताप सिंह की पत्नी ऋचा सिंह ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा, ‘’मेरे पति का मोबाइल जब्त कर लिया गया है. उन्होंने किसी दूसरे के फोन से मुझे इस बात की जानकारी दी है.’’ ऋचा सिंह का कहना है, ‘’वह फोन पर बात करते हुए रो रहे थे और कह रहे थे कि मेरी अब तुमसे कभी बात नहीं हो पाएगी. मेरा फोन जब्त कर लिया गया है. मैंने खाना-पीना छोड़ दिया है.’’
मेरे पति को कुछ हुआ तो सरकार औऱ सेना के अधिकारी होंगे जिम्मेदार- ऋचा सिंह
ऋचा सिंह ने कहा, ‘’अगर मेरे पति बीमार हुए या उन्हें कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदार सरकार और अधिकारी होंगे. अगर ऐसा ही चलता रहा तो देश की रक्षा कौन करेगा.’’
ऋचा सिंह ने कहा कि मेरे पति के मोबाइल में सभी सबूत मौजूद हैं कि उन्होंने खुद किसी अफसर के घर जाकर काम किया है. ऐसे में अगर वह मोबाइल नहीं देंगे तो मैं कहा से सबूत लेकर आउंगी.
मेरे पति को इंसाफ मिलना चाहिए-ऋचा सिंह
जवान की पत्नी ने ऋचा सिंह ने सरकार से इंसाफ करने की मांग की है. उन्होंने कहा, ‘’मेरे पति के साथ गलत हो रहा है. यह सब बंद होना चाहिए. वह देश की रक्षा करने के लिए तैनात किए गए हैं न की किसी का घरेलू काम करने के लिए.’’ ऋचा सिंह ने कहा कि उनके पति को इंसाफ मिलना चाहिए.
यज्ञ प्रताप सिंह ने क्या आरोप लगाए थे
यज्ञ प्रताप सिंह ने पिछले साल 26 जून को प्रधानमंत्री कार्यालय से सेना के अधिकारियों की शिकायत की थी. तब वह 42 ब्रिगेड देहरादून में तैनात थे. जवान का आरोप है कि अधिकारी सैनिकों से घरों में सेवादारी करवाते हैं.
जवान ने पीएम मोदी को पत्र में लिखा था, ‘’सेना में ऐसा नहीं होना चाहिए कि जो फाइटर लोग हैं वह अधिकारियों की बूट पॉलिश करें, उनके कुत्ते टहलाएं और मेम साहब का घर का काम जैसे काम करे. यह सभी कार्रवाई बंद होनी चाहिए.’’ हालांकि शिकायत करने के बाद यज्ञ प्रताप का ट्रांसफर कर दिया गया है.