नई दिल्ली: कश्मीर में छिपे आतंकियों की अब खैर नहीं, सुरक्षाबलों ने आतंक के खिलाफ आर पार की लड़ाई शुरू कर दी है. बिल में छिपे आतंकियों को ढूंढ ढूंढ कर निकाला जा रहा है. जम्मू कश्मीर में पिछले 24 घंटे में सेना ने 10 आतंकवादियों को मार गिराया है. इन आतंकवादियों में हिजबुल मुजाहिद्दीन का लोकल कमांडर सबजार अहमद बट भी शामिल है. हम आपको बता दें कि कल ही सेना ने पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम के दो आतंकवादियों को मारा है.


त्राल के ही एक गांव में छिपा था सबजार बट्ट


सुरक्षाबलों को श्रीनगर से 36 किलोमीटर दूर त्राल के सोईमोह गांव के एक घर में 2-3 आतंवादियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली. इन आतंकियों को पड़ने के लिए 26 मई की देर रात ऑपरेशन शुरू किया गया. सुरक्षाबलों ने जैसे ही उस घर को घेरा तो अंदर से फायरिंग शुरू हो गई, जिसके बाद रात भर ये आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलता रहा.



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कई घंटों के ऑपरेशन के बाद सुरक्षाबलों ने 2 आतंकवादियों को मार गिराया. इनके नाम हैं सबजार बट्ट और फैजान बट्ट. ये दोनो ही आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े थे. इनमें से सबजार भट्ट कश्मीर में हिजबुल का कमांडर था. सबजार का मारा जाना सेना की बड़ी कामयाबी है.




  • सबजार उसी बुरहान वानी के बचपन का दोस्त है जिसे पिछले साल जुलाई में सुरक्षाबलों ने मार गिराया था

  • बुरहान से उसकी नजदीकी के कारण उसे ही उसका वारिस माना जाता था लेकिन बुरहान वानी के मारे जाने के बाद जाकिर मूसा हिजबुल का कमांडर बन गया

  • पिछले दिनों जब मूसा ने हिजबुल छोड़कर ISIS में शामिल हो गया तो सबजार भट्ट ने हिजबुल की कमान संभाली


बुरहान वानी की तरह सबजार बट्ट भी त्राल का रहने वाला था. हिजबुल आतंकियों के इस वीडियो में बुरहान वानी और सबजार भट्ट साथ-साथ नजर आ रहे हैं. बुरहान के कहने पर सबजार 2015 में हिजबुल से जुड़ा और दक्षिण कश्मीर में आतंक का नेटवर्क बनाने में लग गया.



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बुरहान वानी के मारे जाने के बाद सबजार भट्ट हिजबुल का नया पोस्टर व्बाय बन गया था, वो भी कश्मीर के युवाओं को भड़का कर आतंक के रास्ते पर बढ़ने के लिए उकसाता था, इसीलिए सबजार का मारा जाना कश्मीर में सक्रिय आतंकियों के लिए बड़ा झटका है. सेना ने अपने बयान में कहा है कि जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने की पाकिस्तान की साजिश के खिलाफ ऑपरेशन शुरू हो चुका है.


रामपुर सेक्टर में भी सेना को बड़ी कामयाबी


इसी ऑपरेशन के तहत कश्मीर के रामपुर सेक्टर में भी सेना को बड़ी कामयाबी मिली. यहां लाइन ऑफ कंट्रोल यानी नियंत्रण रेखा से आतंकियों के घुसने की खुफिया जानकारी मिली. 26 मई की शाम सुरक्षाबलों की पेट्रोलिंग टीम को नियंत्रण रेखा पर संदिग्ध गतिविधयां दिखी.


लाइन ऑफ कंट्रोल से 500 से 600 मीटर की दूरी पर आतंकवादी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे. सुरक्षाबलों ने उन्हें ललकारा तो उधऱ से भी फायरिंग हुई. करीब ढाई घंटे तक चली गोलीबारी के बाद 6 आतंकवादी मारे गए. इनके पास से 4 एक 47 रायफल, 2 पिस्टल और भारी मात्रा में और हथियार बरामद हुए.



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रक्षा विशेषज्ञ पी के सहगल ने बताया है कि पिछले 48 घंटों में पाकिस्तान के खिलाफ भारत को बड़ी कामयाबी मिली है और ये हमारी बदली रणनीति को दर्शा रही है. रणनीति में बदलाव का ही नतीजा है कि पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम की साजिशें भी नाकाम हो रही हैं.


26 मई को उरी में लाइन ऑफ कंट्रोल के पास बैट के आतंकी एक बार फिर भारतीय सेना के जवानों पर घात लगाकर हमला करने की तैयारी में बैठे हुए थे, पाकिस्तान की बैट के ये आतंकी भारतीय जमीन में 500 मीटर अंदर तक घुस आए थे लेकिन सेना ने उन्हें खदेड़ कर मार गिराया.


पाकिस्तान की बैट में सेना और आंतकी दोनो ही शामिल होते हैं. ये हमेशा घात लगाकर ही हमला करते हैं. इसी महीने की पहली तारीख को बैट के आतंकियों ने दो भारतीय जवानों के सिर काटे थे. जिसके बाद भारत ने 9 मई को पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उसकी चौकियां तबाह कर दी थीं.