Indian Army: आतंकी हमले का मूंहतोड़ जवाब कैसे दिया जाए और कैसे आतंकी ठिकाने को नेस्तनाबूद किया जाए राजस्थान के सीमावर्ती ज़िले की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारत और ओमान की रॉयल आर्मी के जवानों ने ये सब कुछ पलक झपकते ही अंजाम दे डाला. दोनों सेनाओं के हैरतअंगेज करतबों से रेतीली ज़मीन भी थर्रा गई. भारत और ओमान की सेनाओं के दो सप्ताह तक चले संयुक्त युद्धाभ्यास में ये सब देखने को मिला.


सेना को खबर मिली कि रिहायशी इलाके के एक घर में आतंकी बेहद ख़तरनाक इरादों के साथ छुपे बैठे हैं. इलाक़ा मैदानी था इसलिए सामने से आतंकी ठिकाने तक पहुंचना मुश्किल था इसलिए भारत और ओमान के सैनिकों को हेलीकाप्टर के ज़रिए वहां लाया गया. ऑपरेशन जटिल था इसलिए आपसी तालमेल के लिए पहले ड्रोन से इलाके की रेकी की गई ताकि दुश्मन की सटीक जानकारी मिल सके.


देखते ही देखते दुश्मन हुए ढेर


जब दुश्मन की सही संख्या और पॉजीशन का पता चल गया तो वॉर करने की योजना बनाई गई. रेंगकर जवानों ने आतंकी ठिकाने तक अपनी पहुंच बनाई और फिर सिग्नल होते ही सीधा वार किया. देखते ही देखते दुश्मन ढेर हो गए और मकान पर सेना का क़ब्ज़ा हो गया लेकिन इस हमले में सेना का एक जवान गोली लगने से घायल हो गया. गोला बारूद के बीच बख़तरबंद टैंक के ज़रिए इस जवान को मेडिकल टीम ने रेस्क्यू किया.




बीमार सिविलयन को आतंकियों ने बनाया बंधक


आतंकी ढेर हो चुके थे लेकिन अभी ख़तरा कायम था इसलिए रिमोट चलित बम डिफ्यूज करने का अभियान चलाया गया. अभी आतंकी ठिकाने को खत्म ही किया गया था कि सूचना आई कि एक मेडिकल सेंटर पर कुछ बीमार सिविलयन को आतंकी बंधक बनाए हुए हैं. टैंक के ज़रिए सीधा हमला और चंद मिनट के भीतर सभी बंधक छुड़ा लिए गए. भारत और ओमान के इस संयुक्त अभियान में अत्याधुनिक हथियारों के ज़रिए अचूक निशाने का जौहर भी देखने को मिला. दोनो सेना के जवानों ने अलग-अलग दूरी से चलते हुए टार्गेट पर निशाने साधे.




भारत और ओमान इससे पहले तीन बार संयुक्त युद्धाभ्यास कर चुके हैं. इस अभ्यास को अल नजाह का नाम दिया गया है. दोनों देश यू एन के सदस्य हैं.


यह भी पढ़ें.


Mahagathbandhan में मंत्री बनने की होड़, मांझी के बाद Congress ने की सम्मानजनक हिस्सेदारी की मांग, जानें तेजस्वी का जवाब


KBC 14: कॉलेज के बाद अमिताभ बच्चन ने सरकारी नौकरी के लिए बेले थे खूब पापड़, बोले- मैं फेल होता गया