Jammu Kashmir: राजौरी में धमाके में सेना के ‘पोर्टर’ की मौत, पुलिस बोली- लैंडमाइन होने का संदेह
Indian Army: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में विस्फोट में जान गंवाने वाले सेना के पोर्टर की पहचान राजेश कुमार के रूप में हुई है. अधिकारियों ने कहा कि राजेश कुमार का शव बरामद कर लिया गया है.
Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में बुधवार (6 मार्च) को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास विस्फोट में सेना के एक पोर्टर की मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह घटना शाम को नौशेरा सेक्टर के मकरी गांव में हुई.
उन्होंने बताया कि घटनास्थल से राजेश कुमार का शव बरामद कर लिया गया है. अधिकारियों ने कहा कि राजेश कुमार नौशेरा में नियंत्रण रेखा के पास सरयाह गांव के निवासी थे और सेना में पोर्टर के रूप में काम कर रहे थे. पुलिस ने कहा कि विस्फोट के कारण का पता लगाया जा रहा है लेकिन इसके एंटी-पर्सनल लैंडमाइन होने का संदेह है. पुलिस ने बताया की कानूनी कार्यवाही की जा रही है.
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा कि घुसपैठ रोधी ग्रिड के हिस्से के रूप में आगे के इलाकों में बारूदी सुरंगें हैं, जो कभी-कभी बारिश के दौरान प्रभावित होती हैं और जिसके चलते ऐसी दुर्घटनाएं होती हैं.
बता दें कि यह घटना ऐसे समय सामने आई जब अगले ही दिन गुरुवार (7 मार्च) को भारी सुरक्षा के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जम्मू-कश्मीर में दौरा है.
पीएम मोदी का जम्मू-कश्मीर दौरा
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पीएम मोदी श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में 'विकसित भारत, विकसित जम्मू कश्मीर' कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे के लिए जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है. राज्य को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद प्रधानमंत्री पहली बार प्रदेश की यात्रा पर आ रहे हैं.
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी श्रीनगर की यात्रा के दौरान जिन मार्गों से गुजरेंगे वहां बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है, जबकि वीवीआईपी दौरे के दौरान लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए कई स्थानों पर अवरोधक लगाए गए हैं. निगरानी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि कार्यक्रम स्थल के आसपास दो किलोमीटर के दायरे में सुरक्षा बल पैदल गश्त कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि किसी भी विध्वंसक गतिविधि को अंजाम देने के लिए झेलम नदी और डल झील जैसे जल निकायों का उपयोग रोकने के मकसद से समुद्री कमांडो तैनात किए गए हैं.
प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान उनके रास्ते में पड़ने वाले कई विद्यालय बुधवार और बृहस्पतिवार के लिए बंद कर दिए गए हैं, जबकि गुरुवार को होने वाली बोर्ड की परीक्षाएं अगले महीने तक के लिए स्थगित कर दी गई हैं.
(भाषा इनपुट के साथ)