लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने कहा, भारतीय सेना ने रक्षा निर्माण में निजी क्षेत्र के महत्व को रेखांकित किया है. हम निजी क्षेत्र की भागीदारी चाहते हैं. उन्होंने कहा कि रक्षा अनुसंधान और विकास बजट का 25 फीसदी स्थानीय उद्योग के लिए है.
प्रोडक्ट उपलब्ध कराएंगे
लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने कहा, "हम अपने काम में ट्रांसपेरेंसी रखेंगे. हम आपको समय सीमा के अंदर उत्पाद उपलब्ध कराएं. उन्होंने इस क्षेत्र के लोगों से कहा, हमें आपको बढ़ने के पर्याप्त अवसर देने चाहिए". लेफ्टिनेंट जनरल राजू के अनुसार, सरकार ने 400 प्रोडक्ट का इमपोर्ट न करने और उन्हें लोकल लेवल पर बनाने का निर्णय किया है. भारतीय सेना ने अगले 10 साल में आधुनिकीकरण की ओर बढ़ने का फैसला किया है. जब मैं आधुनिकीकरण की बात करता हूं तो मेरा मतलब स्वदेशी आधुनिकीकरण से है.
विकास प्रयासों को सुविधाजनक बनाना
रक्षा विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘आर्मी डिजाइन ब्यूरो रक्षा क्षेत्र में भारतीय सेना की मेक-इन-इंडिया पहल के तहत भारत की बेहद महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है. आर्मी डिजाइन ब्यूरो (ADB) की स्थापना 2016 में की गई थी. इसका काम टेक्नोलॉजी पर नजर रखना, लाभ व विकास के लिए टेक्नोलॉजी की पहचान करना और उद्योग, शिक्षा, रक्षा और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (DPSU) और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के साथ अनुसंधान और विकास प्रयासों को सुविधाजनक बनाना है."