नई दिल्लीः सेना ने गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवारों के मेधावी छात्रों के लिए ट्यूशन क्लासेज शुरू की हैं. सेना की ये क्लासेज कश्मीर के बारामूला जिले में सोपोर के टारजू एरिया के सरकारी मिडिल स्कूल में शुरू हुई हैं. इसकी पहल अपलोना राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन के निंग्ली आर्मी कैंप ने की है, जो कि हैदरबेग सेक्टर मुख्यालय के तहत आती है.
ये क्लासेज 9वीं क्लास के छात्रों के लिए कंडक्ट की जा रही हैं ताकि कोविड-19 लॉकडाउन अवधि के कारण पढाई में रही कमी को पूरा किया जा सके और उन्हें भविष्य की बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयार कर सकें. सोपोर के आसपास के गांवों के कुल 50 छात्र (30 लड़कियां और 20 लड़के) कोचिंग क्लासेस में पढाई कर रहे हैं.
क्लासेज के लिए पांच स्थानीय शिक्षकों को किया नियुक्त
कोचिंग क्लासेज के लिए अनुभवी पांच स्थानीय शिक्षकों को अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान, गणित, विज्ञान और उर्दू सहित सभी अनिवार्य विषयों को पढ़ाने के लिए चुना गया है. दो महीने की कोचिंग के दौरान पढ़ाई के स्तर को जांचने के लिए टेस्ट भी लिए जाएंगे. साथ ही कक्षाओं के समापन पर एक अंतिम टेस्ट भी लिया जाएगा. कोचिंग क्लासेज के लिए छात्रों को स्टेशनरी आइटम फ्री में दिए जाएंगे.
कोविड-19 के नियमों का पालन
क्लासेज में कोविड-19 से जुड़ी सभी सावधानियों का पालन किया जा रहा है. इसमें रोजाना टेम्परेचर की जांच, फेस मास्क, हैंड सैनिटाइजर और क्लास रूम को नियमित रूप सैनेटाइजेशन करनाआदि शामिल हैं. सेना की यह पहल कमजोर वित्तीय पृष्ठभूमि वाले छात्रों की पढ़ाई में आए गेप को दूर करेगी और उन्हें एक उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर करेगी. इसके साथ ही इससे आवाम और जवान के बीच आपसी सम्मान, दोस्ती और समझ की बॉन्डिंग को मजबूत करने में सहायता मिलेगी.
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