नई दिल्ली: नए साल में भारतीय सेना को अमेरिकी अटैक हेलीकॉप्टर, अपाचे की सौगात मिल सकती है. माना जा रहा है कि 2020 की पहली डील छह अपाचे हेलीकॉप्टर की हो सकती है. अगले महीने भारतीय सेना और अमेरिका के बीच ये सौदा हो सकता है. आपको बता दें कि वायुसेना को पहले ही ये अटैक हेलीकॉप्टर मिल चुके हैं.
सूत्रों के मुताबिक, अगले महीने यानि जनवरी 2020 में ये सौदा हो सकता है. जल्द ही, कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) इस पर अपनी मुहर लगा सकती है. इन अटैक हेलीकॉप्टर्स को थलसेना बॉर्डर के करीब तैनात करेगी. साथ ही हाल में खड़ी की गए नई यूनिट, आईबीजी यानि इंटीग्रेटेड बैटेल ग्रुप्स में इन्हें तैनात किया जायेगा. सूत्रों के मुताबिक, वर्ष 2022 तक थलसेना को ये हेलीकॉप्टर मिल जाएंगे.
इस तरह के अटैक हेलीकॉप्टर्स का इस्तेमाल उंचे पहाड़ो पर आतंकियों के कैंप और लांच पैड्स सहित दुश्मन के बंकर और छावनियों को तबाह करने के लिए किया जाता है. अमेरिका ने अफगानिस्तान में तालिबान की गुफाओं पर हमला करने के लिए इनका इस्तेमाल किया था.
हाल ही में भारतीय वायुसेना ने भी इन अपाचे हेलीकॉप्टर्स को अपने जंगी बेड़े में शामिल किया था. वायुसेना ने इन अपाचे हेलीकॉप्टर्स को पठानकोट एयरबेस पर तैनात किया था. वायुसेना ने वर्ष 2015 में अमेरिका से 22 अपाचे हेलीकॉप्टर का सौदा किया था. पहली खेप में सितबंर के महीने में वायुसेना को आठ (08) हेलीकॉप्टर मिले हैं.
इन अपाचे हेलीकॉप्टर्स में प्रेशियन 'हैलफायर' मिसाइल और रॉकेट लगे हैं. एक अपाचे हेलीकॉप्टर में इस तरह की आठ (08) हैलफायर मिसाइल और 19-19 रॉकेट के दो पॉड लग सकते हैं. खास तौर से लगी कैनन-गन से एक साथ 1200 राउंड फायर किए जा सकते हैं. ये हेलीकॉप्टर्स दिन रात और किसी भी मौसम में ऑपरेशन कर सकते हैं.