नई दिल्ली: कश्मीर घाटी में पिछले दस महीने से जारी हिंसा और तनाव के बीच भी एक अच्छी खबर आई है. ये खबर आईआईटी-जेईई परीक्षा से जुड़ी है. सेना द्वारा श्रीनगर में संचालित कोचिंग सेंटर के 28 छात्रों ने इस साल की परीक्षा पास की है. सफल परीक्षार्थियों में छात्राएं भी शामिल हैं. सेंटर में कुल 40 छात्र थे.


सफलता पाने वाले छात्रों में 19 कश्मीर घाटी (दस उत्तरी कश्मीर और नौ दक्षिणी कश्मीर) के ही हैं जहां पिछले दस महीनों से सबसे ज्यादा हिंसा और बंद की स्थिति बनी हुई है. बाकी नौ छात्र लद्दाख, करगिल और जम्मू क्षेत्र के हैं. सेना की ‘सुपर40’ नाम की ये कोचिंग सेंटर श्रीनगर में सैन्य परिसर में चलाई जाती है.


आपको यहां बताते चलें कि पिछले साल जुलाई के महीने में आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद से ही कश्मीर घाटी में पत्थरबाज़ी, मुठभेड़, बंद, हिंसा और तनाव का माहौल बना हुआ है. यहां तक की स्कूल-कॉलेज भी कई महीनों तक बंद रहे. आतंकी बुरहान वानी दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाला था और वहीं पर उसका एनकाउंटर हुआ था. बुरहान की मौत के बाद सबसे ज्यादा हिंसा इसी दक्षिण कश्मीर इलाके में ही हुई है.


सेना की श्रीनगर स्थित 15वीं (चिनार) कोर द्वारा संचालित इस कोचिंग सेंटर को कॉरपोरेट सोशल रेस्पोंसेबिल्टी एंड लर्निंग (सीएसआरएल) के तहत‘पैट्रोनेट-एलएनजी’ कंपनी के साथ मिलकर चलाया जाता है. श्रीनगर से बाहर के रहने वाले छात्रों को रहना और खाना-पीना भी सेना द्वारा मुहैया कराया जाता है. सेना इस कोचिंग सेंटर को पिछले दो सालों से श्रीनगर में चला रही है. पांच छात्राओं को सेना ने दिल्ली में कोचिंग कराई थी जिनमें से दो ने परीक्षा पास कर ली है.


रक्षा मंत्रालय के श्रीनगर स्थित प्रवक्ता, कर्नल राजेश कालिया के मुताबिक, “पिछले कई महीनों से जारी अशांति के बीच भी कोचिंग सेंटर में छात्रों को पढाने का काम जारी थी. इसी का परिणाम है कि कोचिंग सेंटर को 78 प्रतिशत सफलता मिली है (40 में से 28 छात्रों ने क्वालिफाई किया है एग्जाम).” कर्नल राजेश कालिया के मुताबिक, इस साल की सफलता को देखते हुए अगले सत्र से 50 छात्रों को कोचिंग दी जायेगी.


इस कोचिंग सेंटर के लिए सेना जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग स्कूल और कॉलेजों में परीक्षा आयोजित कराती है. इस परीक्षा में पास होने वाले छात्र-छात्राओं को ही इस कोचिंग सेंटर में आईआईटी-जेईई और दूसरी इंजीनियरिंग परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है.