नई दिल्ली: रिपब्लिक टीवी के एंकर और एडिटर अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तार पर बीजेपी नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर निशाना साधा है. अमित शाह ने कहा है कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया है. वहीं, शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में कानून का पालन होता है. उन्होंने कहा कि जब से ठाकरे (उद्धव ठाकरे) सरकार बनी है, तब से किसी के खिलाफ बदले के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र सरकार पर नाम लिए बिना निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट किया, "कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया है. रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ राज्य की सत्ता का दुरुपयोग व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है. ये हमें आपातकाल की याद दिलाता है. स्वतंत्र प्रेस पर हुए इस हमले का विरोध होना चाहिए और होगा."
वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र सरकार पर राज्य की शक्तियों का दुरुपयोग कर बदले की कार्रवाई करने के आरोप को गलत बताया है. उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में कानून का पालन किया जाता है. पुलिस के पास अगर किसी के खिलाफ सबूत है, तो वो कार्रवाई कर सकती है. जब से ठाकरे सरकार बनी है, तब से किसी के खिलाफ बदले के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है."
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी को प्रेस और पत्रकारिता पर हमला बताया. उन्होंने ट्वीट किया, "मुंबई में प्रेस-पत्रकारिता पर जो हमला हुआ है वह निंदनीय है. यह इमरजेंसी की तरह ही महाराष्ट्र सरकार की कार्यवाही है. हम इसकी भर्त्सना करते हैं."
प्रकाश जावड़ेकर ने अपने एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस पर हमला किया. उन्होंने लिखा, "सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में काम कर रही कांग्रेस अभी भी आपातकालीन मनस्तिथि में है. इसी का सबूत आज महाराष्ट्र में उनकी सरकार ने दिखाया है. लोग ही इसका लोकतांत्रिक जवाब देंगे."
NBA ने जारी किया बयान
न्यूज़ ब्रोडकास्टर्स एसोसिएशन ने अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के तरीके की निंदा की है. हालांकि संस्था ने कहा है कि मीडिया कानून से ऊपर नहीं है, लेकिन मामले में कानून का पालन होना चाहिए. एनबीएन ने जारी अपने बयान में कहा, "जिस तरीके से रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को रायगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है, एनबीए उसकी निंदा करता है. पुलिस के मुताबिक गोस्वामी को साल 2018 में खुदकुशी के लिए उकसाने के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है."
बयान में आगे कहा गया, "एनबीए को उनकी गिरफ्तारी के तरीके से निराशा हुई है. हालांकि एनबीए उनकी पत्रकारिता के तरीके से सहमत नहीं है. अगर कोई अधिकारी एक मीडिया संपादक के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करता है तो हम उसकी निंदा करते हैं. मीडिया कानून से ऊपर नहीं है, लेकिन इसमें कानून का पूरा पालन होना चाहिए."
एनबीए ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि गोस्वामी के साथ उचित व्यवहार किया जाए और बदले के लिए राज्य की शक्ति का दुरुपयोग न किया जाए.
किस मामले में हुई अर्नब की गिरफ्तारी?
आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला मई 2018 का है. जब 53 साल के अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक ने अलीबाग के अपने बंगले में खुदकुशी कर ली थी. खुदकुशी के लिए अन्वय नाइक ने एक पत्र में 3 लोगों को जिम्मेदार ठहराया था. अन्वय के सुसाइड पत्र के मुताबिक अर्नब गोस्वामी, फिरोज शेख और नितैश सारडा को जिम्मेदार बताते हुए लिखा था कि मेरे मेहनताने के 5 करोड़ 40 लाख रुपए नहीं मिले, जिसकी वजह से कर्ज में डूबा हूं.
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